हिमाचल में फिर भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी, येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी
- Admin Admin
- Mar 01, 2025

शिमला, 01 मार्च (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिजाज फिर बिगड़ने वाला है। राज्य के उच्च पर्वतीय इलाकों में शनिवार को भी बर्फबारी हुई जबकि कुछ स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने आगामी तीन मार्च को प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी दी है। इसे देखते हुए चंबा, कांगड़ा और लाहौल-स्पीति के लिए ऑरेंज अलर्ट जबकि कुल्लू और मंडी में येलो अलर्ट जारी किया गया है। दो और चार मार्च को भी राज्य के अधिकांश हिस्सों में बादल बरस सकते हैं। हालांकि पांच से सात मार्च तक मौसम साफ रहने की संभावना है।
बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित, सड़कें और बिजली सेवाएं ठप
प्रदेश के जनजातीय इलाकों लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और चंबा में भारी बर्फबारी के कारण हालात अब भी सामान्य नहीं हो पाए हैं। ताजा जानकारी के अनुसार राज्य में चार राष्ट्रीय राजमार्ग और करीब 400 सड़कें अवरुद्ध हैं जिससे लोगों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। इसके अलावा करीब 2 हज़ार ट्रांसफार्मर ठप होने के कारण कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार लाहौल-स्पीति में 165 सड़कें और दो नेशनल हाईवे बंद पड़े हैं, जबकि कुल्लू में 92 सड़कें और दो एनएच अवरुद्ध हैं। इसके अलावा चंबा में 66, मंडी में 63, किन्नौर में 45, सिरमौर में 24 और शिमला में 17 सड़कें बंद हैं। कुल्लू जिले में सबसे अधिक 940 ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा, किन्नौर में 373, लाहौल-स्पीति में 341, चंबा में 154, मंडी में 135, शिमला में 48 और सोलन में 10 ट्रांसफार्मरों के ठप होने से कई गांवों में बिजली गुल है।
शिमला में दोपहर बाद मौसम बदला
राजधानी शिमला में शनिवार सुबह तक मौसम साफ था लेकिन दोपहर बाद हल्की बारिश हुई। इससे पहले बीते दिनों हुई बर्फबारी के कारण नारकंडा, कुफरी, देहा-खिड़की और डोडरा-क्वार की कई सड़कें अब भी बंद हैं। जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग सड़कों को बहाल करने में जुटा हुआ है।
लाहौल-स्पीति जिले में पिछले 48 घंटों से बिजली आपूर्ति ठप है जिससे कई गांव अंधेरे में हैं। मुख्य और संपर्क मार्ग बंद होने से लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। प्रशासन ने हिमस्खलन (एवलांच) की आशंका को देखते हुए लोगों को सावधान रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। जिले के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान बंद रखे गए हैं।
चंबा और कुल्लू में कड़ाके की ठंड, कई सड़कें अवरुद्ध
चंबा जिले में पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर बारिश और ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है, जिससे कड़ाके की ठंड पड़ रही है। शनिवार को हल्की धूप खिली, जिससे कुछ राहत मिली। जनजातीय क्षेत्र पांगी में करीब 4 फीट तक बर्फ गिर चुकी है जबकि भरमौर और अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में भी भारी हिमपात हुआ है।
मौसम खराब होने के कारण चंबा-भरमौर राष्ट्रीय राजमार्ग, चंबा-पठानकोट वाया जोत, खजियार-डलहौजी, चंबा-तीसा, चंबा-होली और चंबा-पांगी वाया साच पास सहित कई सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। कई इलाकों में बिजली भी बाधित है।
किन्नौर और अन्य जिलों में भी भारी असर
बारिश और बर्फबारी से किन्नौर, कुल्लू और अन्य जिलों में भी जनजीवन प्रभावित हुआ है। किन्नौर के कई गांवों में बिजली आपूर्ति ठप होने के साथ ही यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार बीते 24 घण्टों में खदराला में 20 सेंटीमीटर, कोठी में 15 सेंटीमीटर, निचार में 5 सेंटीमीटर और जोत में 4 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है। वहीं, बारिश की बात करें तो भुंतर में 112 मिमी, जोत और जोगिंदरनगर में 108-108 मिमी, सियोबाग में 106 मिमी, बंजार में 92 मिमी, धर्मशाला में 85 मिमी, मनाली में 82 मिमी, बैजनाथ में 78 मिमी, पालमपुर में 75 मिमी, करसोग में 68 मिमी और रामपुर में 60 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
प्रदेश में न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई है। लाहौल-स्पीति के केलांग में तापमान -6.9 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। शिमला में 3.6 डिग्री, मनाली में 0.2 डिग्री, भरमौर में 0.9 डिग्री और सियोबाग में 1.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।
इस बीच मौसम विभाग और प्रशासन ने लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है। भारी बर्फबारी की आशंका वाले क्षेत्रों में यात्रा न करने, जरूरी सुरक्षा उपाय अपनाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है। सड़कें और बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए संबंधित विभाग लगातार काम कर रहे हैं।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा