निशी पांडे ने रंगदारी के रुपये से तो नहीं खरीदे थे करोड़ों रुपए के जेवर 

प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस कर रही है पूरे मामले की जांच

रामगढ़, 13 जनवरी (हि.स.)। पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र में भरत पांडे और दीपक की हत्या मामले में गिरफ्तार पांडे गिरोह की लेडी सिंघम निशी पांडे, सोने और हीरे के खजानों से भरे बिस्तर पर सोती है। जब पलामू और रामगढ़ जिला पुलिस ने निशि पांडे को गिरफ्तार करने के लिए उनके घर पर छापेमारी की, तो वहां जो जेवर मिले वह किसी गुप्त खजाने से कम नहीं था। करोड़ों रुपए के हीरे, सोने, चांदी के जेवरात पुलिस ने देखे तो उनकी आंखें भी चौंधिया गई। सबसे बड़ी बात यह थी कि जब पुलिस ने उन करोड़ों रुपए के जेवरात से संबंधित कागजात की मांग की, तो एक नथिया तक का बिल निशि पांडे पेश नहीं कर पाई।

छापेमारी के दौरान तलाशी के क्रम में निशि पांडे के घर के उत्तर पूर्व दिशा में स्थित उनके बेडरूम में बेड के बॉक्स में आभूषण मिले। पुलिस ने उसकी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई। इस मामले में पतरातू थाना प्रभारी शिवलाल कुमार गुप्ता ने खुद के बयान पर ही प्राथमिकी ( 10/2025 ) दर्ज की है।

पतरातू थाना प्रभारी ने प्राथमिकी में बताया है कि निशि पांडे के बेड से 22 गोल्ड नेकलेस, 2 डायमंड नेकलेस, 17 सोने का कंगन, एक सोने का चौड़ा कंगन, 10 मोती जड़ा हुआ सोने का इयररिंग, 8 सोने का चेन, 4 चांदी का गिलास, चांदी की दो लक्ष्मी गणेश की मूर्ति, दाे पेंडेंट सेट, और एक फिंगर रिंग, छह सोने की चूड़ियां, एक सोने का ब्रेसलेट, एक डायमंड सेट पेंडेंट, पांच फिंगर रिंग, दाे पुरुष फिंगर रिंग, दाे डायमंड फिंगर रिंग, 12 ईयर रिंग सेट, एक गोल्ड पेंडेंट, तीन मेल ब्रेसलेट , एक मंगलसूत्र, 50 ग्राम का तीन सोने का बिस्किट, 10 ग्राम का एक सोने का बिस्किट, पांच ग्राम का एक सोने का बिस्किट, 50 ग्राम का एक चांदी का बिस्किट, 20 ग्राम का एक चांदी का बिस्किट, लक्ष्मी गणेश का एक चांदी का सिक्का, एक चांदी का पायल, एक चांदी का ब्रेसलेट, चार जोड़ा बिछिया, दाे मोती और सोने का नेक्लेस, एक डायमंड पेंडेंट, एक गोल्ड बेबी चेन, छह गोल्ड बेबी लॉकेट, दाे गोल्ड बेबी ब्रेसलेट, दाे गोल्ड बेबी कड़ा, दाे सोने का ताबीज, एक सोने का शिवजी का लॉकेट और लकी नाम का एक सोने का लॉकेट मिला है।

इस पूरे मामले में पतरातू एसडीपीओ पवन कुमार ने साेमवार काे बताया कि जितने भी जेवर मिले हैं, वह निशि पांडे के समक्ष मौजूद थे। पुलिस ने पूरी सूची बनाकर निशि पांडे का भी उसपर हस्ताक्षर कराया है। साथ ही सारे जेवरात उनकी देवरानी बबीता पांडे को जिम्मेनाम पर सुपूर्द किया गया है। लेकिन ऐसी सूचना है कि उक्त सभी आभूषण संगठित अपराध के क्रियान्वयन के क्रम में अर्जित की गई है। जिस पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 107 के तहत कार्रवाई किया जाना आवश्यक प्रतीत होता है।

संगठित अपराधिक गिरोह क्रियान्वयन के क्रम में संपत्ति को अर्जित कर अपने कब्जे में रखना , भारतीय न्याय संहिता की धारा 111 (6) के तहत संज्ञेय अपराध है। उक्त आरोप के आलोक में निशी पांडे को आरोपित किया गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश

   

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