बांग्लादेश में बवाल के बाद सेना तैनात, देशभर में हुई हिंसा के मद्देनजर सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम
- Admin Admin
- Nov 18, 2025
- मौत की सजा के फैसले में हसीना और असदुज्जमां की संपत्ति जब्त करने का भी आदेश
ढाका, 18 नवंबर (हि.स.)। बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण-1 (आईसीटी-1) ने सोमवार को अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और पूर्व गृहमंत्री असदुज्जमां खान कमाल को मौत की सजा सुनाने वाले फैसले में दोनों की संपत्ति जब्त करने का भी आदेश दिया है। इस फैसले के बाद देशभर में हुई हिंसा के मद्देनजर न्यायाधिकरण और उच्च न्यायालय के आसपास सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं।
आईसीटी-1 ने पिछले साल जुलाई-अगस्त में छात्र विद्रोह के दौरान हुए मानवता के खिलाफ अपराधों के आरोपों में हसीना और कमाल को मौत की सजा सुनाई है। अदालत ने उनकी संपत्ति जब्त करने का भी आदेश दिया है। फैसले में न्यायाधिकरण के अध्यक्ष न्यायमूर्ति गुलाम मुर्तुजा मजूमदार ने कहा कि शेख हसीना और असदुज्जमां खान की संपत्ति जब्त की जाए। उन्होंने अंतरिम सरकार को जुलाई के शहीदों को पर्याप्त मुआवजा देने का भी निर्देश दिया गया। न्यायमूर्ति ने आदेश दिया कि आवश्यक कदम उठाने के लिए फैसले की प्रति ढाका के जिला मजिस्ट्रेट को भेजी जाए। 2024 के 12वें संसदीय चुनाव में उम्मीदवार के रूप में शेख हसीना (गोपालगंज-3) और असदुज्जमां खान कमाल (ढाका-12) ने हलफनामे जमा किए थे। इन हलफनामों में उनकी घोषित संपत्ति का विवरण है।
अपने हलफनामे में अवामी लीग की अध्यक्ष शेख हसीना ने अपने नाम पर 43.4 मिलियन टका की चल और अचल संपत्ति घोषित की। उस समय, उन्होंने अपने पास 28,500 टका नकद दिखाया था। पूर्व गृहमंत्री असदुज्जमां खान के हलफनामे में उनकी चल और अचल संपत्ति का विवरण है। असदुज्जमां खान ने 84 लाख टका से अधिक नकद घोषित किया। उन्होंने बैंक और वित्तीय संस्थानों में लगभग 82 लाख टका जमा राशि दिखाई है। उनके पास लगभग 24 लाख टका मूल्य के बॉन्ड और शेयर हैं। उन्होंने 201 लाख टका मूल्य के बचत प्रमाणपत्र और सावधि जमा राशि भी घोषित की है। उन्होंने 1.61 करोड़ टका मूल्य के दो मोटर वाहन घोषित किए। उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और फ़र्नीचर की कीमत 2 लाख टका थी। उन्होंने ऋण श्रेणी में 2.2 करोड़ टका को व्यावसायिक पूंजी के रूप में सूचीबद्ध किया। उन्होंने सोना भी घोषित किया, लेकिन उसका मूल्य नहीं बताया गया। कुल मिलाकर असदुज्जमां खान की घोषित संपत्ति लगभग 10.25 करोड़ टका थी।
फैसले में कहा गया है कि शेख हसीना को पिछले साल पांच अगस्त को जुलाई के जन-विद्रोह के दौरान अपदस्थ कर दिया गया। उसी दिन वह भारत भाग गईं। वे अब भी भारत में रह रही हैं। जानकारी यह भी बताती है कि असदुज्जमां वर्तमान में भारत में हैं। न्यायाधिकरण ने मानवता के विरुद्ध अपराधों के लिए शेख हसीना और असदुज्जमां खान को मृत्युदंड और पूर्व पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल-मामून को पांच साल की जेल की सजा सुनाई है।
द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार आईसीटी-1 और उच्च न्यायालय के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। हसीना की सजा के फैसले के बाद पुलिस, सेना और बार्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के जवान तैनात किए गए हैं। उच्च न्यायालय के द्वार के पास एक बख्तरबंद कार्मिक वाहक को भी तैनात किया गया है। पुलिस ने बताया कि किशोरगंज के मिथामोइन उपजिला स्थित पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हमीद के घर पर सोमवार देररात हमलावरों ने तोड़फोड़ की। थाना प्रभारी आलमगीर कबीर ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इसके बाद वहां पुलिस और सेना के जवान तैनात किए गए।
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार गोपालगंज के कोटालीपारा पुलिस स्टेशन और उपजिला परिषद कार्यालय पर सोमवार रात हमलावरों ने देसी बम फेंके। इस घटना में तीन पुलिस अधिकारी घायल हो गए। कोटालीपारा थाना प्रभारी खांडेकर हाफिजुर रहमान ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि विस्फोट में कांस्टेबल इरिन नाहर (31), आरिफ हुसैन (33) और नजरुल इस्लाम (52) छर्रे लगने से घायल हो गए।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद



