ओजेम्पिक इंजेक्शन अब भारत में उपलब्ध, टाइप 2 डायबिटीज मरीजों के लिए राहत

नोवो नॉर्डिस्क इंडिया के प्रबंध निदेशक विक्रांत श्रोत्रिया

नई दिल्ली, 12 दिसंबर (हि.स.)। वैश्विक दवा कंपनी नोवो नॉर्डिस्क ने शुक्रवार को टाइप 2 डायबिटीज के इलाज के लिए भारत में जीएलपी-1 आरए दवा ओजेम्पिक इंजेक्शन लॉन्च किया।

यह जीएलपी-1 आरए दवा उन वयस्कों के लिए एक नया और शक्तिशाली विकल्प है, जिनकी टाइप 2 शुगर डाइट और व्यायाम से पूरी तरह काबू में नहीं आ रही है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह मौजूदा उपचारों के साथ मिलकर, सप्ताह में सिर्फ एक बार आसान फ्लेक्सटच इंजेक्शन के रूप में दी जाती है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के 2023-24 के आंकड़ों के मुताबिक भारत में 10.1 करोड़ लोग (यानी आबादी का 11.4 प्रतिशत) डायबिटीज से जूझ रहे हैं। यह संख्या चीन के बाद दुनिया में सबसे ज़्यादा है। साथ ही, 13.6 करोड़ लोग ऐसे हैं जिन्हें आगे चलकर डायबिटीज हो सकती है (प्री-डायबिटीज), और 25.4 करोड़ लोग मोटापे से परेशान हैं। ये बड़े आंकड़े दिखाते हैं कि यह एक बड़ा स्वास्थ्य खतरा है, जिसके लिए भरोसेमंद इलाज की सख़्त ज़रूरत है।

नोवो नॉर्डिस्क इंडिया के प्रबंध निदेशक विक्रांत श्रोत्रिया ने कहा कि भारत में ओजेम्पिक को लॉन्च करना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। इसे पूरी दुनिया का भरोसा, शानदार क्लिनिकल नतीजे, बेहतरीन गुणवत्ता और एक मज़बूत सप्लाई चेन का समर्थन मिला है। यह सब भारतीय डॉक्टरों को एक बहुत असरदार विकल्प देता है।

उन्होंने कहा, हमारा मकसद सरल इलाज देना है। इस आसान-से इस्तेमाल होने वाले पेन (इंजेक्शन) से, जो हफ्ते में सिर्फ एक बार लेना है, मरीजों को बेहतर शुगर कंट्रोल, वजन घटाने और दिल-किडनी की सुरक्षा मिलती है। यह नोवो नॉर्डिस्क की लंबी सोच को दिखाता है।

विक्रांत श्रोत्रिया ने कहा कि ओजेम्पिक एक पुरानी और भरोसेमंद जीएलपी-1 आरए दवा है, जो 20 सालों के शोध और 3 करोड़ 80 लाख से ज्यादा मरीज़ों के डेटा पर आधारित है। यह दवा शुगर को नियंत्रित करती है, दिमाग के रास्ते भूख कम करती है जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है और डायबिटीज के मरीज़ों में दिल और किडनी के जोखिमों को भी कम करती है।

उन्होंने बताया कि यह दवा हाल ही में डब्ल्यूएचओ की सबसे जरूरी दवाओं की सूची में भी शामिल हुई है। यह दवा डॉक्टर के निर्देश पर 0.25 एमजी, 0.5 एमजी और 1 एमजी की डोज में उपलब्ध है।

उल्लेखनीय है कि क्लिनिकल जांच में पता चला है कि ओजेम्पिक दवा बहुत असरदार है। यह न सिर्फ एचबीए1सी (शुगर) लेवल को कम करती है, बल्कि वजन घटाने में भी महत्वपूर्ण मदद करती है, जिससे ओवरऑल मेटाबॉलिज्म (चयापचय) बेहतर होता है।

यह दवा उन मरीज़ों के लिए सबसे बढ़िया है जिनकी शुगर 7 प्रतिशत या उससे ऊपर है, ख़ासकर अगर उन्हें दिल की समस्या का जोखिम है। शुगर कंट्रोल के अलावा, यह हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसे बड़े दिल के खतरों को कम करती है और किडनी की बीमारी को बढ़ने से रोकती है यानी यह लंबे समय तक आपके स्वास्थ्य का ध्यान रखती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रद्धा द्विवेदी

   

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