सरस आजीविका मेले के चैथे दिवस स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्यशाला का आयोजन

हल्द्वानी, 4 मार्च (हि.स.)। कार्याशाला में आज स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरस मेले में आये आम जनमानस को जागरूक करने हेतु जनपद में टीबी मुक्त अभियान, एनीमिया मुक्त अभियान, एनसीडी स्केनिंग, मातृत्व स्वास्थ्य, आभा आईडी, आयुमाष्मान कार्ड आदि की जानाकारी विस्तार पूर्वक जानकारी दी। कार्यशाला में जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम प्रबन्धक मदन मेहरा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जनपद में टीबी मुक्त अभियान चलाया जा रहा है। टीबी मुक्त राष्ट्र की दिशा में भारत की यात्रा में यह 100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले समूहों के लिए निदान, उपचार और सहायता सेवाओं को बढ़ाकर, भारत 2025 तक टीबी को समाप्त करने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण के लिए मंच तैयार कर रहा है। उन्होंने कहा निरंतर राजनीतिक इच्छाशक्ति, सामुदायिक सहभागिता और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के साथ, टीबी मुक्त भारत तपेदिक से मुक्त भारत का सपना साकार हो सकता है। उन्होंने बताया कि भारत टीबी के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक कदम उठा रहा है, यह इस बात को साबित करते हुए दुनिया के सामने एक मिसाल कायम कर रहा है कि सहयोग, नवाचार और दृढ़ संकल्प के बल पर वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटा जा सकता है। आभा आईडी आभा हेल्थ कार्ड भारत सरकार की एक डिजिटल स्वास्थ्य पहचान पहल है, जो मरीजों का मेडिकल रिकॉर्ड ऑनलाइन स्टोर और एक्सेस करने की सुविधा देती है। इससे डॉक्टर और अस्पताल डिजिटल रूप से रिपोर्ट देख सकते हैं, ओपीडी पर्ची बनाई जा सकती है और आयुष्मान भारत योजना की सुविधाओं का लाभ लिया जा सकता है। कार्यशाला में बताया कि डॉक्टर के पास जाने पर रिपोर्ट साथ ले जाने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि आप इन्हें वेबसाइट या ऐप के जरिए कभी भी देख सकते हैं सरकारी अस्पतालों में बिना लाइन में लगे ओपीडी पर्ची भी बनाई जा सकती है इसके अलावा, यह कार्ड अन्य पहचान पत्रों की तरह काम करता है, जिससे आयुष्मान भारत योजना की सुविधाओं का लाभ उठाया जा सकता है। कार्याशाल में स्वास्थ्य की टीम की ओर से अजय भट्ट, हेम जलाल, कमलेश बचखेती, बसंत गोस्वामी, बी.एस.कडाकोटी, देवेन्द बिष्ट के साथ ही आम जनता मौजूद रही।

हिन्दुस्थान समाचार / अनुपम गुप्ता

   

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