गौ तस्करों और नशा तस्करों के खिलाफ हिंदू संगठनों ने किया प्रदर्शन, सख्त कानून बनाने की मांग की

Hindu organizations protested against cow smugglers and drug smugglers, demanded strict laws


कठुआ 27 मई । दिन प्रतिदिन गौतस्करी और नशा तस्करी जैसी बढ़ती वारदातों को लेकर कठुआ के विभिन्न हिंदू संगठनों ने एकजुट होकर आवाज बुलंद की। और जिला प्रशासन के समक्ष पशु तस्करी पर रोक लगाने के लिए सख्त कानून बनाने संबंधित ज्ञापन सौंपा।

इससे पहले विभिन्न हिंदू संगठनों के युवाओं ने कॉलेज रोड पर एकत्रित होकर पशु तस्करों और नशा तस्करों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बाद में युवाओं ने जिला सचिवालय तक रोष मार्च निकाला और डीसी कठुआ को पशु तस्करी पर रोक लगाने संबंधित सख्त कानून बनाने के लिए एक ज्ञापन सौंपा। युवाओं ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि कठुआ में दिन-प्रतिदिन पशु तस्कर के मामले बढ़ते जा रहे हैं और रोजाना पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। उन्होंन कहा कि तस्करों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब पुलिस अधिकारियों को भी वाहन तले सरेआम रौंद रहे हैं। जिसमें बीते दिनों दयालाचक में एक पुलिस अधिकारी शहीद हो गए थे। उन्होंने कहा कि पशु तस्करों और नशा तस्करों के हौसले दिन-प्रतिदिन बुलंद हो रहे हैं लेकिन प्रदेश सरकार, यूटी सरकार, और केंद्र सरकार इस पर चुप्पी साध बैठी है। प्रदर्शनकारियों ने विपक्ष में बैठे भाजपा के 27 विधायकों को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि विधानसभा में भाजपा के 27 विधायक आखिर क्यों चुप हैं। क्यों पशु तस्करी संबंध सख्त कानून बनाने की मांग नहीं करते। वहीं उन्होंने उमर सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इनकी करनी और कथनी में बहुत अंतर है, मंदिरों में जाकर हिंदुओं को ढोंग करके दिखाते हैं, लेकिन गौ माता को हिंदू पूजते हैं और उसे पर कोई भी सख्त कानून बनाने के लिए हस्तक्षेप नहीं करते। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से कठुआ के स्थानीय युवा रात-रातभर पशु तस्करों के प्रयासों को विफल करते हैं और प्रशासन उल्टा युवाओं को गुंडा करार देते हुए उन्हीं पर ही मामले दर्ज करते हैं। युवाओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकारें गौ हत्या पर प्रतिबंध नहीं लगाती है तो सनातनी युवा इस पर कड़ा संज्ञान लेगा और बिगड़ती कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।

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