गुवाहाटी, 10 नवंबर (हि.स.)। भारतीय अर्थ व्यवस्था की धुरी गाय के ईर्द-गिर्द है। इसलिए भारत में गाय को माता का दर्जा दिया जाता है। गोसेवा में हिन्दू एकता तथा समृद्धि निहित है। प्रत्येक वर्ष गोपूजन पूरे देश में किया जाता है। उपरोक्त बातें गुवाहाटी के बाहरी इलाके चांगसारी में आयोजित एक कार्यक्रम में गोपूजान, गौग्रास एवं गोप्रेमी मिलन समारोह के दौरान उपस्थित वक्ताओं ने कही।
आयोजन समिति ने आज बताया है कि गोपाष्टमी के अवसर पर बीते शनिवार को चांगसारी स्थित श्री राधाकृष्ण गौ एंव कृषि अनुसंधान केन्द्र के प्रांगण में गोपूजन, गौग्रास एवं गोप्रेमी मिलन समारोह आयोजित किया गया। गौपूजन पंडित राधेश्याम तिवारी द्वारा कराया गया। इसमे गौसेवा एंव भारतीय गोवंश रक्षण संवर्धन परिषद पूर्वोत्तर के सदस्य एंव ट्रस्टी तथा गोप्रेमियो का सम्मिलित स्वरूप नजर आया।
इस अवसर पर गोपाष्टमी तथा गौमाता पर विचार प्रकट किया गया। गुवाहाटी महानगर के संघ चालक रूकमा भुइंया ने गौसेवा द्वारा हिन्दू एकता तथा समृद्धि पर अपने विचार रखे। मनोज कुमार केडिया ने गोपाष्टमी उत्सव के मनाने पर अपना संबोधन रखा। गौमाता से क्या लाभ तथा देश को सुखी और समृद्ध कैसे किया जा सकता है इसपर वक्ताओं ने विचार रखें।
समारोह की व्यवस्था प्रभुदयाल सिवोटिया द्वारा की गई। इस अवसर पर शिवशंकर अग्रवाल, रुकमा भूइंया, श्रीनटवर अग्रवाल, भारतीय गोवंश रक्षण संवर्धन परिषद के ट्रस्टीगण अजीत जाना, बिनोद क्याल, राजेन्द्र गुप्ता, आरएन नोभाल, पंकज देवड़ा समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश