केंद्र को अडानी समूह के खिलाफ आरोपों को गंभीरता से लेना चाहिए - फारूक अब्दुल्ला

श्रीनगर, 21 नवंबर (हि.स.)। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि केंद्र को अडानी समूह के खिलाफ आरोपों को गंभीरता से लेना चाहिए और मामले की गहन जांच करनी चाहिए। हालांकि उन्हें अडानी समूह से जुड़े मुद्दे के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है लेकिन पहले भी उनपर गलत काम करने के आरोप लगे हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो इसकी जांच होनी चाहिए।

अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से कहा कि जेपीसी की मांग है और मुझे उम्मीद है कि केंद्र सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से लेगी और इसकी गहन जांच करेगी। अरबपति उद्योगपति पर अमेरिकी अभियोजकों ने सौर ऊर्जा अनुबंधों के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को 250 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 2,100 करोड़ रुपये) से अधिक की रिश्वत देने की योजना का कथित रूप से हिस्सा होने का आरोप लगाया है। अभियोजकों ने आरोप लगाया है कि यह बात अमेरिकी बैंकों और निवेशकों से छिपाई गई जिनसे अडानी समूह ने परियोजना के लिए अरबों डॉलर जुटाए थे।

अमेरिकी कानून विदेशी भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने की अनुमति देता है, अगर उनमें अमेरिकी निवेशकों या बाजारों से कुछ खास संबंध शामिल हों। हालांकि अडानी समूह ने आरोपों से इनकार किया है। उनकी पार्टी के सांसद आगा रूहुल्लाह मेहदी द्वारा आरक्षण की समीक्षा की मांग के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में अब्दुल्ला ने कहा कि यह अच्छी बात है कि लोकसभा सदस्य लोगों के मुद्दे उठा रहे हैं। सरकार का काम लोगों के सभी मुद्दों को सामने लाना है। गुंडाराज खत्म हो गया है। हम लोगों के प्रति जवाबदेह हैं क्योंकि उन्होंने हमें वोट दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता

   

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