गायिका शारदा सिन्हा के बेटे ने फैंस से की मां के जल्द ठीक होने के लिए भगवान से प्रार्थना करने की गुजारिश
- Admin Admin
- Nov 05, 2024
मशहूर गायिका शारदा सिन्हा की तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें कई दिनों से दिल्ली के एम्स में वेंटिलेटर पर रखा गया है। कुछ दिन पहले ही शारदा के पति बृजकिशोर सिन्हा का निधन हो गया था। इसके बाद शारदा को बड़ा झटका लगा। शारदा के बेटे अंशुमन ने वीडियो शेयर कर अपनी मां की हालत के बारे में जानकारी दी। उन्होंने फैंस से भी शारदा के जल्द ठीक होने के लिए भगवान से प्रार्थना करने की गुजारिश है।
मीडिया से बात करते हुए उनके बेटे अंशुमान सिंन्हा ने बताया कि शारदा जी अभी वेंटिलेटर पर हैं। स्थिति बहुत नाजुक है, डॉक्टर से मेरी बातचीत हुई है। उनका यही कहना है कि अभी खतरा बरकरार है। उनका शरीर बीमारी से लड़ने की कोशिश कर रहा है कल और आज सुबह तक अभी उसमें थोड़ी कमी आई है। स्ट्रगल अभी बढ़ गया है। डॉक्टरों का चैलेंज भी बढ़ गया है।
बेटे ने फैंस से की ये गुजारिश
उन्होंने आगे कहा, 'मैं इस बार लाइव आ रहा हूं और आपको वास्तविक जानकारी दे रहा हूं। मां की हालत में सुधार हो सकता है। हम सभी प्रार्थना कर रहे हैं कि मां इस सब से ठीक होकर घर आएं। जो कोई भी इसे देख रहा है और छठ पूजा कर रहा है, मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि वे पूजा के दौरान मां के लिए भी प्रार्थना करें। उन्होंने लंबे समय तक अपने देश और राज्य के लिए काम किया है। अभी के लिए आप सभी का धन्यवाद।'
शारदा के काम के बारे में
शारदा सिन्हा भोजपुरी गायिका हैं। उन्होंने छठ पर्व गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। शारदा का जन्म 1 अक्टूबर 1952 को बिहार के समस्तीपुर में हुआ था। शारदा का जन्म एक संगीत परिवार में हुआ था। उन्होंने शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ली है। उन्होंने भोजपुरी और मैथिली में कई गाने गाए हैं। शारदा ने अपने करियर की शुरुआत 1980 में ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन से की थी। लेकिन उन्हें असली पहचान छठ पर्व के गीत गाकर मिली।
शारदा ने बॉलीवुड में भी गाने गाए हैं । उन्होंने सलमान खान की फिल्म 'मैंने प्यार किया' का गाना 'काहे तो से सजना' गाया था। तब से उन्होंने सलमान और माधुरी दीक्षित की फिल्म हम आपके हैं कौन से बाबुल, अनुराग कश्यप की गैंग्स ऑफ वासेपुर 2 से तार बिजली से पाताले और कुछ अन्य गाने गाए हैं। शारदा को 1992 में पद्मश्री और 2018 में पद्म विभूषण और 2006 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
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हिन्दुस्थान समाचार / लोकेश चंद्र दुबे