ईडाणा माता ने किया अग्नि स्नान, मंदिर में उठीं 13 फीट ऊंची लपटें

उदयपुर, 18 मार्च (हि.स.)। मेवल क्षेत्र के प्रसिद्ध शक्ति पीठ ईडाणा माता मंदिर में मंगलवार को माता रानी ने एक बार फिर अग्नि स्नान किया। मंदिर में अचानक 12 से 13 फीट तक अग्नि की लपटें उठीं, जिसे देखने के लिए आस-पास के करीब 50 गांवों से श्रद्धालु उमड़ पड़े। यह अद्भुत नजारा कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। लोगों ने मोबाइल फोन पर वीडियो कॉल के माध्यम से भी परिजनों को अग्नि स्नान के दर्शन कराए।

मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष गोपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि ईडाणा माता का अग्नि स्नान किसी निश्चित दिन और समय पर नहीं होता, यह माता की कृपा से स्वतः प्रकट होने वाला चमत्कार है। इस दौरान मंदिर में रखी माता की चुनरी और नारियल भी अग्नि में जल जाते हैं, लेकिन माता की मूर्ति पर अग्नि का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। राठौड़ ने बताया कि इससे पहले 9 अप्रैल 2024 को भी माता रानी ने अग्नि स्नान किया था।

अध्यक्ष के अनुसार मंदिर परिसर में कई बार अग्नि स्नान की लपटें नजदीकी पेड़ तक पहुंच जाती हैं, जिससे पेड़ों को नुकसान भी होता है, किंतु माता की प्रतिमा हमेशा सुरक्षित रहती है। बरगद के पेड़ के नीचे विराजित माता रानी का यह चमत्कार वर्षों से श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र बना हुआ है।

माना जाता है कि इस अलौकिक दृश्य के साक्षी बनने वाले श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। यही कारण है कि ईडाणा गांव सहित आसपास के 52 गांवों में माता रानी के इस अग्नि स्नान की गाथा गूंजती रहती है। मंदिर में पहुंचे श्रद्धालु मोबाइल से अपनों को भी इस दृश्य से जोड़ते रहे। इस दौरान भाजपा के पूर्व प्रदेश मंत्री कन्हैयालाल मीणा ने भी मंदिर पहुंचकर दर्शन किए।

मंदिर ट्रस्ट के अनुसार माता रानी के दरबार में लकवा से पीड़ित रोगी भी स्वस्थ होने का विश्वास लेकर आते हैं। श्रद्धालु माता के पीछे स्थित त्रिशूलों पर अपनी मन्नतें अर्पित करते हैं। संतान सुख की कामना करने वाले भक्त यहां झूला भी चढ़ाते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता

   

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