धरनारत वन आरक्षियों ने चेताया- 11 तक मांगें नहीं हुईं पूरी तो शुरू होगा अनशन

- बोले, न्याय मिलने तक जारी रखेंगे संघर्ष

देहरादून, 10 दिसंबर (हि.स.)। वन आरक्षी भर्ती 2022 के चयनित अभ्यर्थियों ने मंगलवार को 8वें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रखा। धरने में 90 अभ्यर्थी शामिल हुए, जिन्होंने अपनी मांगों को सरकार और संबंधित विभाग तक पहुंचाने के लिए नारेबाजी और जनगीत गाए। अभ्यर्थियों का कहना है कि वन आरक्षी भर्ती परीक्षा का परिणाम 15 जनवरी 2024 को घोषित हुआ था, लेकिन पांच माह बाद भी उनकी नियुक्ति नहीं की गई है। चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें 11 दिसंबर तक पूरी नहीं होती है तो वे मजबूरन अनशन पर जाने का निर्णय लेंगे। वे न्याय मिलने तक अपने संघर्ष को जारी रखेंगे।

अभ्यर्थियों ने बताया कि वन आरक्षी भर्ती 2022 का पेपर 9 अप्रैल 2023 को हुआ था और अंतिम परिणाम 15 जनवरी 2024 को उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (यूकेपीएससी) द्वारा घोषित किया गया था। परिणाम में बिंदु संख्या 3 के तहत प्रतीक्षा सूची निकालने का उल्लेख था। आयोग द्वारा प्रतीक्षा सूची के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा 10 से 11 मार्च तक आयोजित की गई थी और अभिलेख सत्यापन 23 अप्रैल को किया गया था।

आयोग के निर्देशों के अनुसार, 14 जून को विभाग ने 162 वन आरक्षियों की मांग यूकेपीएससी से की, जिसके बाद 19 जुलाई को 159 पदों के लिए प्रतीक्षा सूची का अंतिम चयन परिणाम घोषित किया गया। हालांकि, चयनित अभ्यर्थियों को पांच महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी नियुक्ति नहीं दी गई है, जिससे वे परेशान और हताश हैं।

धरने में अभ्यर्थी ऋषभ, अनिल, अजय, अंकित गोदियाल, महावीर, देवराज, मंदीप, अखिलेश, मोहित, धीरज बिष्ट, आशीष, ओमकार, दौलत राम रतूड़ी, सूरज नेगी, सुरजीत, विनोद कुमार, नीतेश कुमार, किशोर, रीता बहुगुणा, नेहा चौहान, रेनू, मधु राणा और प्राची आदि शामिल थे।

हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण

   

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