कुमाऊं विवि और जापान के प्रतिष्ठित संस्थान के बीच सहमति-पत्र पर हस्ताक्षर

नैनीताल, 27 जून (हि.स.)। कुमाऊँ विश्वविद्यालय नैनीताल ने जापान के प्रतिष्ठित संस्थान जापान एडवांस्ड इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (जेएआईएसटी) के साथ एक सहमति-पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।

यह समझौता दोनों संस्थानों के मध्य शैक्षणिक, शोध एवं सांस्कृतिक सहयोग को सुदृढ़ करेगा और विद्यार्थियों के लिए वैश्विक स्तर पर उच्च शिक्षा एवं शोध के नए अवसर खोलेगा। यह समझौता न केवल विश्वविद्यालय, बल्कि समूचे उत्तराखंड के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि माना जा रहा है।

समझौते के अंतर्गत कुमाऊं विश्वविद्यालय के 3 से 4 स्नातक विद्यार्थियों को जेएआईएसटी में इंटर्नशिप अथवा एक वर्षीय पाठ्यक्रम में अध्ययन का अवसर मिलेगा। इस अवधि में उनसे प्रवेश, परीक्षा व शिक्षण शुल्क नहीं लिया जाएगा। एक वर्षीय कार्यक्रम सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर विद्यार्थियों को संस्थान से स्नातकोत्तर उपाधि प्रदान की जाएगी, जिससे वे आगे पीएचडी के लिए पात्र हो सकेंगे। यह व्यवस्था वैश्विक प्रतिस्पर्धा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी।

इस सहयोग विद्यार्थियों के साथ शिक्षकों के भी आपसी आदान-प्रदान का प्रावधान है। दोनों संस्थान शिक्षकों को आमंत्रित कर विचार, अनुभव व अनुसंधान विधियों का साझा मंच उपलब्ध कराएंगे। बताया गया है कि कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत ने दिल्ली विश्वविद्यालय में कार्यरत रहते हुए भी जेएआईएसटी से अकादमिक सहयोग स्थापित किया था, जिसके माध्यम से अनेक भारतीय विद्यार्थियों को पीएचडी उपाधियाँ प्राप्त हुई थीं।

प्रो. रावत ने आशा व्यक्त की है कि यह सहयोग दोनों संस्थानों के बीच स्थायी शैक्षणिक संबंधों को जन्म देगा और कुमाऊँ विश्वविद्यालय की वैश्विक प्रतिष्ठा एवं रैंकिंग को सुदृढ़ करेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी

   

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