पहले की बजाय वर्तमान शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव हुए : प्रो. विनोद छोकर

गुजवि में लघु अवधि कार्यक्रम शुरु, वक्ताओं ने रखे विचार

हिसार, 16 सितंबर (हि.स.)। यहां के गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केन्द्र (एमएमटीटीसी) मानव संसाधन विकास केन्द्र के सौजन्य से सोमवार को 'इनोवेटिव पेडागोगिकल अप्रोचिज इन हायर एजुकेशन एड्रेसिंग लर्निंग नीड्स एज पर एनईपी-2020' विषय पर एक लघु अवधि कार्यक्रम शुरु किया गया है। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा प्रायोजित है। आगामी 21 सितंबर तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने किया जबकि अध्यक्षता एमएमटीटीसी के निदेशक प्रो. सुनीता रानी ने की। इस अवसर पर शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता एवं कोर्स कोऑर्डिनेटर प्रो. वंदना पूनिया, कोर्स कोऑर्डिनेटर डा. अनुराग सांगवान व उपनिदेशक डा. हरदेव सैनी उपस्थित रहे।

कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की भूमिका अहम होती है। शिक्षकों को नई तकनीकों से अपने आप को अपडेट करना होगा, तभी वे विद्यार्थियों को नवीनतम कौशल का ज्ञान दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि पहले की बजाय वर्तमान शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। वर्तमान शिक्षा प्रणाली में डिजिटल एवं नवीनतम तकनीकों को शामिल किया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के बारे में शिक्षकों को जानकारी देने के लिए यह कार्यक्रम अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।

प्रो. सुनीता रानी ने अपने सम्बोधन में इस लघु अवधि कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में विभिन्न शिक्षण संस्थानों से 46 शिक्षक भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप तकनीकों की जानकारी दी जाएगी। विश्वविद्यालय का एमएमटीटीसी प्रतिभागियों के कौशल विकास के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करता रहता है।

शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता प्रो. वंदना पूनिया ने स्वागत संबोधन किया तथा इस कार्यक्रम में शामिल पाठ्यक्रम के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को नई शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप नवीनतम तकनीकों से अवगत कराना है। डा. अनुराग सांगवान ने सभी का धन्यवाद किया।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

सम्बंधित खबर