'नमो सखी संगम मेला' नारीशक्ति की कुशलता, सृजनशीलता और परिश्रम को वंदन करने का अवसर है : केंद्रीय मंत्री बंभानिया
- Admin Admin
- Mar 09, 2025

-भावनगर में 'नमो सखी संगम मेला' का शुभारंभ
भावनगर, 09 मार्च (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अंतर्गत महिला सशक्तीकरण की दिशा में अनोखी पहल करते हुए भावनगर के जवाहर मैदान में 9 से 12 मार्च तक आयोजित 'नमो सखी संगम मेला' का शुभारंभ उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण की केंद्रीय राज्य मंत्री निमुबेन बंभानिया की अध्यक्षता में किया गया। इसका आयोजन गुजरात लाइवलीहुड प्रमोशन कंपनी, ग्राम विकास विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के अंतर्गत किया गया है।
इस अवसर पर स्व-सहायता समूह की बहनों की सफलता गाथा (डॉक्युमेंट्री), 'लखपति दीदी', 'नमो ड्रोन दीदी' बहनों का सम्मान, प्रतीक स्वरूप 6 स्व-सहायता समूह की बहनों को ₹88 लाख के चेक प्रदान करने के साथ विभिन्न योजनाओं के लाभों का वितरण, भावनगर और बोटाद जिलों की 40 सखियों को शील्ड और किट, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से आने वाली 70 बहनों की प्रतिनिधियों का सम्मान किया गया। इसके अलावा, स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा सफलता गाथाएं प्रस्तुत की गईं।
भावनगर में चार दिवसीय 'नमो सखी संगम मेला' का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय मंत्री निमुबेन बंभानिया ने कहा कि गुजरात की नारी प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़कर हमारे गौरव को बढ़ा रही है। सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेकर स्व-रोजगार प्राप्त करते हुए आत्मनिर्भर बन रही है। महिला सशक्तीकरण की दिशा में 'नमो सखी संगम मेला' एक मजबूत कदम है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को पारंपरिक भूमिकाओं से आगे बढ़ने के अवसर मिलने चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विचारों से प्रेरणा लेकर महिला दिवस पर मातृशक्ति के सम्मान के लिए इस मेले का आयोजन किया गया है। यह मेला नारीशक्ति की कुशलता, सृजनशीलता और परिश्रम को वंदन करने का अवसर है। यह हमारी मातृशक्ति की आकांक्षाओं को सशक्त मंच प्रदान करने का भी अवसर है। हमारे लिए गर्व की बात है कि अब तक लगभग सवा करोड़ बहनें लखपति दीदी बन चुकी हैं और तीसरे कार्यकाल में अभी 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का प्रधानमंत्री का लक्ष्य है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि यह संगम मेला 9 से 12 मार्च तक चलेगा, जिसमें 100 से अधिक स्टॉल्स निःशुल्क उपलब्ध कराए गए हैं। इस मेले के माध्यम से भावनगर और बोटाद की बहनों को उपयुक्त मंच मिलेगा। इस मेले में महिला सशक्तिकरण से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी और मोटिवेशनल स्पीकरों द्वारा महिलाओं का मार्गदर्शन भी किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आज समाज में 'लखपति दीदी', 'नमो ड्रोन दीदी', 'बैंक सखी' जैसी आत्मनिर्भर नारियों का सम्मान किया गया है। मैं इन सभी महिलाओं को हार्दिक बधाई देती हूं। इस अवसर पर मंत्री महोदया ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पिंक रिक्शा चलाने वाली बहनों की भी सराहना की। महिलाओं में कई प्रकार की प्रतिभाएं होती हैं, लेकिन अगर उन्हें सही मंच मिले तो वे सफलता प्राप्त कर सकती हैं।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय