कतर के अमीर की यात्रा पर आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए भारत-कतर संयुक्त व्यापार मंच तैयार

नई दिल्ली, 17 फ़रवरी (हि.स.)। भारत और कतर मंगलवार को यहां होने वाले भारत-कतर संयुक्त व्यापार मंच के साथ अपने आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए तैयार हैं। संयुक्त व्यापार मंच का आयोजन भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी), भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के सहयोग से किया जाएगा। यह निवेश के अवसरों, तकनीकी सहयोग और आर्थिक साझेदारी का पता लगाने के लिए शीर्ष व्यापारिक प्रतिनिधियों, नीति निर्माताओं और उद्योग हितधारकों को एक मंच पर लाएगा।

यह कार्यक्रम कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी की 17-18 फरवरी, 2025 की भारत यात्रा के अवसर पर हो रहा है। कतर के वाणिज्य और उद्योग मंत्री शेख फैजल बिन थानी बिन फैजल अल थानी और भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल व्यापार मंच के कार्यक्रम में मुख्य भाषण देंगे। कतर के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल में ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, वित्त, प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा, रसद, उन्नत विनिर्माण और नवाचार क्षेत्र के अग्रणी उद्यमी शामिल हैं।

फोरम में विभिन्न विषयों पर चर्चाएं होंगी। इनमें भारत और कतर के बीच दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी बनाने के माध्यम के रूप में निवेश, रसद, उन्नत विनिर्माण और खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग करना और दक्षताओं का लाभ उठाना, भविष्य के क्षेत्रों (एआई, नवाचार, स्थिरता आदि) में सहयोग को बढ़ावा देना और मजबूत करना प्रमुख हैं। ये चर्चाएं भारतीय और कतर के व्यवसायियों को संयुक्त उद्यम, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई), प्रौद्योगिकी साझेदारी और नीति-संचालित सहयोग का पता लगाने में सक्षम बनाएंगी। दोनों सरकारों और उद्योग जगत के अग्रणी के प्रतिनिधि दूरदर्शी व्यापार और निवेश ढांचे को आकार देने में योगदान देंगे।

भारत और कतर के बीच मजबूत आर्थिक साझेदारी है, जिसमें कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय व्यापार का विस्तार हो रहा है। कतर की कंपनियों ने भारत की प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढांचे और विनिर्माण क्षेत्रों में निवेश किया है, जबकि भारतीय कंपनियों ने कतर में मजबूत उपस्थिति स्थापित की है। यह फोरम मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत और भारत की बुनियादी ढांचा विकास पहलों से जुड़े रणनीतिक निवेश अवसरों पर बल डालेगा। निवेश के प्रमुख क्षेत्रों में रसद यानी लॉजिस्टिक्स, वेयरहाउसिंग, बंदरगाह, हवाई अड्डे, रेलवे और राजमार्ग, सेमीकंडक्‍टर, खाद्य सुरक्षा, तकनीक और नवाचार, अंतरिक्ष, जैव विज्ञान, बैंकिंग और फिनटेक, स्मार्ट शहर, फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रिक वाहन और नवीकरणीय ऊर्जा शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, भारत-कतर स्टार्टअप ब्रिज द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग को मजबूत करते हुए एआई, फिनटेक और डीप टेक में नवाचार-संचालित साझेदारी को बढ़ावा दे रहा है।

भारत के विनिर्माण, प्रौद्योगिकी और उद्यमिता के वैश्विक केंद्र के रूप में उभरने के साथ, यह मंच बिजनेस-टू-बिजनेस (बी2बी) और सरकार-टू-बिजनेस (जी2बी) जुड़ाव को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है। इसका लक्ष्य भारतीय और कतर के व्यवसायियों के बीच उद्योग सहयोग को प्रगाढ़ करना, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) और संयुक्त उद्यमों को सुविधा प्रदान करना और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और नवाचार साझेदारी को बढ़ावा देना तथा नीतिगत सुधारों और रणनीतिक समझौतों के माध्यम से व्यापार को मजबूत करना है। यह मंच दीर्घकालिक आर्थिक सहयोग के लिए भारत और कतर के साझा दृष्टिकोण पर बल देता है, जो प्रमुख क्षेत्रों में व्यापार, निवेश और नवाचार को बढ़ावा देने की उनकी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / दधिबल यादव

   

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