नेपाल के 12 परियोजना से 251 मेगावाट बिजली खरीदने की भारत ने दी स्वीकृति

काठमांडू, 19 अगस्त (हि.स.)। भारत और नेपाल के बीच विद्युत व्यापार में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है। दोनों देशों के बीच रहे विद्युत व्यापार के तहत भारत के तरफ से नेपाल के एक दर्जन जलविद्युत परियोजनाओं से करीब 251 मेगावाट अतिरिक्त बिजली खरीदने जा रहा है।

काठमांडू में भारतीय दूतावास द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक भारत की एनर्जी एक्सचेंज बोर्ड के जरिए बिहार को सप्लाई करने के लिए 12 जलविद्युत परियोजनाओं से इतनी मात्रा में बिजली के निर्यात को मंजूरी दी गई है। नेपाल पहली बार मध्य कालीन बिजली बिक्री समझौते के जरिये बिहार को बिजली निर्यात करने जा रहा है।

इस समझौते के बाद नेपाल से भारत को अब तक निर्यात 690 मेगावाट से बढ़कर 941 मेगावाट हो जाएगी। इस 251 मेगावाट की मंजूरी से पहले ही नेपाल पिछले वित्तीय वर्ष में 16.93 अरब रुपये की बिजली बेचकर शुद्ध बिजली निर्यातक और शुद्ध राजस्व उत्पादक बन गया है। अक्टूबर 2021 में भारत ने पहली बार नेपाल से 39 मेगावाट बिजली के निर्यात की इजाजत दी थी। तीन साल से भी कम समय में ये आंकड़ा 24 गुना से ज्यादा बढ़ गया है।

सन् 2021 से ही नेपाल ने पहली बार भारतीय ऊर्जा एक्सचेंज के 'डे अहेड मार्केट' में बिक्री करके ऊर्जा निर्यात शुरू किया था। उसके कुछ समय बाद ही भारत ने 'रियल टाइम मार्केट तक पहुंच भी प्रदान कर दी थी। नेपाल विद्युत प्राधिकरण ने हरियाणा और बिहार के डिस्कॉम के साथ एक मध्य कालीन बिजली बिक्री समझौता भी किया है।

इस वर्ष के जनवरी में तत्कालीन प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड की भारत यात्रा के दौरान नेपाल और भारत के बीच दीर्घकालिक ऊर्जा समझौता किया गया था। इस समझौते के तहत नेपाल से अगले 10 वर्षों में भारत को 10,000 मेगावाट तक बिजली की बिक्री की परिकल्पना की गई है। यह समझौते का पहला वर्ष है और लगभग 1000 मेगावाट का निर्यात पहले ही किया जा चुका है।

हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास / दधिबल यादव

   

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