नशा मुक्त समाज बनाने की भारत सरकार की नई पहल, मास्टर स्वयंसेवकों के दिया प्रशिक्षण

कठुआ 06 मार्च (हि.स.)। नशा मुक्त समाज बनाने की भारत सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप जेकेएसपीवाईएम एसएलसीए जम्मू-कश्मीर ने नशा मुक्त भारत अभियान के तहत कठुआ जिले के मास्टर स्वयंसेवकों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया।

इस कार्यक्रम में कठुआ के अतिरिक्त जिला आयुक्त रंजीत सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी वरुण चैधरी और समाज कल्याण विभाग के अन्य अधिकारी भी शामिल हुए। सभा को संबोधित करते हुए एडीसी ने जम्मू-कश्मीर में युवाओं में मादक द्रव्यों के सेवन की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त की और मास्टर स्वयंसेवकों से प्रशिक्षण से पूरा लाभ उठाने और जिले में नशे की लत से लड़ने के लिए प्राप्त ज्ञान को लागू करने का आग्रह किया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत भाषण के साथ हुई, जिसके बाद जेकेएसपीवाईएम की कार्यक्रम निदेशक पल्लवी सिंह ने जेकेएसपीवाईएम और एसएलसीए जम्मू-कश्मीर का परिचय दिया।

प्रशिक्षण में लगभग 64 मास्टर स्वयंसेवकों ने भाग लिया, जिसमें नशा मुक्ति के विभिन्न पहलुओं पर चार सत्र शामिल थे, जैसे कि ड्रग्स, ड्रग उपयोग और इसके परिणामों पर जानकारी, जिला स्तरीय नशा मुक्त भारत अभियान, ड्रग उपचार और रोकथाम में हस्तक्षेप स्पेक्ट्रम और “मास्टर स्वयंसेवकों और नशा मुक्त भारत नेताओं की भूमिकाएँ और जिम्मेदारियाँ। एसएलसीए के संसाधन व्यक्तियों ने भारत में नशीली दवाओं के उपयोग के बढ़ते प्रचलन पर प्रकाश डालते हुए व्यापक प्रस्तुतियाँ दीं। प्रशिक्षण कार्यक्रम ने प्रतिभागियों की मादक द्रव्यों के सेवन के बारे में समझ को बढ़ाया और साथ ही उन्हें अपने समुदायों में नशीली दवाओं की रोकथाम के लिए अधिवक्ता बनने के लिए आवश्यक कौशल से लैस किया। कार्यक्रम का समापन प्रमाणपत्रों के वितरण के साथ हुआ, जो न केवल कार्यक्रम के अंत को दर्शाता है बल्कि कठुआ में नशा मुक्त समाज को बढ़ावा देने में बदलाव के एजेंट के रूप में स्वयंसेवकों की यात्रा की शुरुआत भी है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया

   

सम्बंधित खबर