गोवा में देश की पहली अन्वेषण लाइसेंस नीलामी और एआई-संचालित खनिज लक्ष्यीकरण हैकाथॉन की शुरुआत

- अन्वेषण लाइसेंस नीलामी का उद्घाटन भारत की खनिज स्वतंत्रता में नए युग का प्रतीकः किशन रेड्डी

- गोवा की समृद्ध खनन विरासत जिम्मेदार प्रौद्योगिकी संचालित खनिज विकास के लिए प्रतिबद्ध: डॉ. सावंत

नई दिल्ली, 13 मार्च (हि.स.)। खान मंत्रालय ने गोवा सरकार के सहयोग से गुरुवार को गोवा में ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें केंद्रीय कोयला और खान मंत्री जी. किशन रेड्डी और गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत मौजूद रहे। इस कार्यक्रम ने भारत में अन्वेषण लाइसेंस (ईएल) की पहली नीलामी की शुरुआत की, जो देश के अप्रयुक्त महत्वपूर्ण और गहरे खनिज संसाधनों को अनलॉक करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम है। कार्यक्रम में महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों की नीलामी के 5वें चरण पर एक रोड शो और एआई हैकथॉन 2025 का उद्घाटन भी शामिल था, जिसका उद्देश्य 'एआई का उपयोग करके खनिज लक्ष्यीकरण' पर केंद्रित था।

केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी और गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने संयुक्त रूप से 13 अन्वेषण लाइसेंस ब्लॉकों की नीलामी शुरू की, जिसमें दुर्लभ पृथ्वी तत्व (आरईई), जस्ता, हीरा, तांबा और प्लेटिनम समूह तत्व (पीजीई) जैसे महत्वपूर्ण खनिज शामिल हैं। पारदर्शी ऑनलाइन बोली प्रक्रिया के माध्यम से यह पहल व्यवस्थित खनिज अन्वेषण में तेजी लाने, निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने और आयात निर्भरता को कम करने के लिए तैयार है।

इस अवसर पर जी. किशन रेड्डी ने कहा कि पहली बार, भारत एक संरचित और पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से व्यवस्थित प्रारंभिक चरण के अन्वेषण को खोल रहा है। यह सुधार महत्वपूर्ण और गहरे खनिजों की खोज में तेजी लाएगा, निवेशकों का विश्वास बढ़ाएगा और भारत की स्वच्छ ऊर्जा और औद्योगिक महत्वाकांक्षाओं के साथ एक आत्मनिर्भर, भविष्य के लिए तैयार खनिज पारिस्थितिकी तंत्र का मार्ग प्रशस्त करेगा।

गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने भारत सरकार के सुधारात्मक कदमों की सराहना करते हुए कहा कि गोवा के पास समृद्ध खनन विरासत है और हम जिम्मेदार, प्रौद्योगिकी-संचालित खनिज विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। ये सुधार न केवल भारत की खनिज क्षमता को अनलॉक करेंगे बल्कि टिकाऊ खनन के लिए नए अवसर भी पैदा करेंगे।

खान मंत्रालय के सचिव वी.एल. कांथा राव ने जोर देकर कहा कि यह नीलामी भारत की खनिज आत्मनिर्भरता की यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है। एआई-संचालित अन्वेषण तकनीकों और निजी क्षेत्र की भागीदारी का एकीकरण देश के विशाल खनिज संसाधनों को अनलॉक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मंत्रालय महत्वपूर्ण खनिजों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए इन ब्लॉकों का समय पर संचालन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करके खनिज लक्ष्यीकरण पर हैकथॉन का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी और मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने किया। इस पहल का उद्देश्य नए खनिज-समृद्ध क्षेत्रों, विशेष रूप से छिपे हुए और गहरे जमावों की पहचान करने के लिए एआई-संचालित तकनीकों और भूविज्ञान डेटा का लाभ उठाना है।

इस अवसर पर खनिज अन्वेषण में निजी भागीदारी को और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी और मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने तीन नई अधिसूचित निजी अन्वेषण एजेंसियों मेसर्स अर्थनवायरो लैब प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स ओशन ड्रिलिंग एंड एक्सप्लोरेशन प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स एनके एनवायरो सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेडको प्रमाण पत्र प्रदान किए।

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हिन्दुस्थान समाचार / दधिबल यादव

   

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