पहल: बीएचयू में एमसीए के पुरा छात्रों ने नई छात्रवृत्ति आरंभ करने के लिए दिया प्रतिदान

— एमसीए में 1997 से 2001 बैच के पुरा छात्रों ने कुलपति को सौंपा दानराशि का चेक, विकास में निरंतर योगदान को जताई प्रतिबद्धता

वाराणसी,21 नवम्बर (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में एमसीए के बैच 1997 से 2001 तक के पुरा छात्रों ने गुरूवार को बड़ी पहल की । पुरा छात्रों ने विश्वविद्यालय में नई छात्रवृत्ति आरंभ करने के लिए पांच लाख रुपये का प्रतिदान कुलपति को दिया है। विश्वविद्यालय के 14 पुरा छात्रों के दल ने कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन से मुलाकात की तथा उन्हें दानराशि का चेक भेंट किया। इस राशि से कम्प्यूटर साइंस के विद्यार्थियों के लिए नई छात्रवृत्ति आरंभ की जाएगी। कुलपति प्रो.जैन से मुलाकात के दौरान पुरा छात्रों ने विश्वविद्यालय में अपने छात्र जीवन की यादें साझा की। तथा विश्वविद्यालय तथा विद्यार्थियों की उन्नति के संबंध में सुझाव दिये। उन्होंने बताया कि अनेक ऐसे विषय व क्षेत्र हैं, जिनमें पुरा छात्र सक्रियता से विश्वविद्यालय व विद्यार्थियों से जुड़ी चुनौतियों के समाधान में योगदान दे सकते हैं। पुरा छात्रों ने कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन के नेतृत्व में विश्वविद्यालय द्वारा आरंभ प्रतिदान योजना की सराहना की और कहा कि बीएचयू और उसके पुरा छात्रों के बीच संबंध को और सशक्त करने में यह अत्यंत बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि वे निरंतर विश्वविद्यालय के संपर्क में बने रहकर संस्थान की प्रगति में योगदान देते रहना चाहते हैं। इस दौरान कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने पुरा छात्रों को विद्यार्थियों के विकास के लिए की गई पहलों के बारे में अवगत कराया। कुलपति ने कहा कि विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता विकसित करने तथा उन्हें भविष्य व करियर की चुनौतियों के लिए तैयार करने हेतु आरंभ नेतृत्व व जीवन कौशल योजनाओं के तहत हज़ारों विद्यार्थियों को प्रशिक्षण मिला है। जिसका नतीजा विद्यार्थियों के व्यक्तित्व व आत्मविश्वास में आ रहे बदलाव में दिखता है। प्रो. जैन ने शिक्षकों के विकास, विश्वविद्यालय में क्षमता विकास व निर्माण तथा नए अवसरों में वृद्धि की योजनाओं की प्रगति भी साझा की। उन्होंने पुरा छात्रों का आह्वान किया कि वे विश्वविद्यालय के साथ निरंतर जुड़ाव बनाए रखें । इस दौरान वित्ताधिकारी मनोज पाण्डेय,पुरा छात्र सम्पर्क के सलाहकार प्रो. रमेश चंद भी मौजूद रहे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

सम्बंधित खबर