साइबर क्राइम के प्रति जागरूक करने को हैंडबुक उपलब्ध करा रही योगी सरकार

गोरखपुर, 22 अक्टूबर (हि.स.)। साइबर क्राइम के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए योगी सरकार एक ऐसा हैंडबुक उपलब्ध करा रही है जिसमें उन सभी एहतियातों का उल्लेख है जिन्हें अपनाकर साइबर क्राइम का शिकार होने से बचा जा सकता है। साइबर क्राइम से लोगों को बचाने के लिए सरकार ने कार्यालयों, विद्यालयों और जनसेवा केंद्रों पर साइबर सुरक्षा जागरूकता का विशेष अभियान चलाने के निर्देश जारी किए हैं। सबसे अधिक जोर विद्यालयों में अभियान चलाकर छात्र-छात्राओं को जागरूक करने पर है। इसे लेकर सभी जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों को प्रमुख सचिव आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स की तरफ से परिपत्र जारी किया गया है।

वर्तमान डिजिटल युग में साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ी हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे बचने के लिए जरूरी है कि सुरक्षित साइबर गतिविधियों को लेकर पर्याप्त जानकारी रखे। इसे ध्यान में रखकर सरकार ने अक्टूबर माह में मनाए जा रहे साइबर सुरक्षा जागरूकता माह में स्पेशल हैंडबुक उपलब्ध कराने का विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस हैंडबुक में यूपीआई घोटाले, नेट बैंकिंग फ्रॉड, क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी, आइडेंटिटी थेफ्ट (पहचान की चोरी), निवेश या लॉटरी घोटाले, नौकरी घोटाले, ई कामर्स धोखाधड़ी, सोशल मीडिया फ्रॉड, डिजिटल अरेस्ट कर वसूली, गेमिंग एप फ्रॉड, डेटिंग एप फ्रॉड, फिशिंग फ्रॉड आदि के बारे में जानकारी दी गई है और उनसे बचाव के तरीके बताए गए हैं।

आज के दौर में साइबर जगत का इस्तेमाल सबसे अधिक युवा वर्ग द्वारा किया जाता है। ऐसे में साइबर क्राइम का शिकार होने की सर्वाधिक आशंका भी इसी वर्ग की होती है। युवा खासकर गेमिंग एप, आइडेंटिटी थेफ्ट, डेटिंग एप, सोशल मीडिया फ्रॉड, डिजिटल अरेस्ट से वसूली और नौकरी घोटाले की चपेट में आ सकते हैं। इसलिए सरकार इस वर्ग को जागरूक करने पर ज्यादा जोर दे रही है। इसके पीछे मंशा यह भी है कि युवा साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूक होगा तो वह अपने परिवार के लोगों को भी आसानी से इसकी जानकारी दे सकेगा। इसलिए सरकार ने सभी जिलाधिकारियों और जिले के पुलिस अधीक्षकों को स्कूल-कॉलेजों में विशेष अभियान चलाने के लिए निर्देशित कर चुकी है।

साइबर क्राइम से बचाव के लिए हैंडबुक में उल्लिखित महत्वपूर्ण उपाय

-यूपीआई से भुगतान में कभी भी अपना पिन साझा न करें।

-भुगतान से पहले प्राप्तकर्ता की पहचान सत्यापित करें।

-नेट बैंकिंग फ्रॉड से बचने के लिए अंजान लिंक्स पर क्लिक न करें।

-बैंकिंग लेनदेन के लिए सार्वजनिक वाई फाई का प्रयोग न करें।

-ऐसी ऑनलाइन योजनाओं में निवेश न करें जो असामान्य रूप से उच्च रिटर्न का वादा करती हों।

-सोशल मीडिया पर अज्ञात लोगों की मित्रता उनके सत्यापन के बिना न करें।

-डिजिटल अरेस्ट से बचने के लिए धमकी भरे काल या ईमेल से न घबराएं और प्रतिक्रिया न दें।

-सोशल मीडिया हैकिंग से बचने के लिए जटिल और यूनिक पासवर्ड का प्रयोग करें।

-गेमिंग एप फ्रॉड से बचने के लिए केवल आधिकारिक एप स्टोर्स से ही गेम और एप्स डाउनलोड करें।

-डेटिंग एप पर सतर्क रहें और पासवर्ड या निजी तस्वीरें साझा न करें।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय

   

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