इसाक स्वू का बेटा इकटो स्वू रामसन-अब्सालोम गुट में शामिल

डिमापुर (नगालैंड), 19 अप्रैल (हि.स.)। नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-इसाक-मुइवा एनएससीएन (आई-एम) का एक प्रमुख समूह है, जो नागालैंड और आसपास के क्षेत्रों में स्वतंत्रता के लिए लड़ रहा है। इसके संस्थापक दिवंगत इसाक चिशी स्वू के बेटे इकटो चिशी स्वू ने बड़ा कदम उठाते हुए एचएस रामसन और अब्सालोम रमण के नेतृत्व वाले गुट में शामिल होने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वह नगा संघर्ष को सही दिशा देने के लिए यह फैसला ले रहे हैं।

मेल के जरिए जारी किए गए एक कटु बयान में इकटो ने मौजूदा एनएससीएन (आई-एम) नेतृत्व पर नगा मुद्दे से भटककर विश्वासघात करने का आरोप लगाया और कहा कि यही उनकी वापसी का कारण है।

इकटो ने 1980 में शिलांग समझौते के विरोध में एनएससीएन की स्थापना, उसके बाद अपने पिता और थ. मुइवा के नेतृत्व में आंदोलन के पुनर्जीवन, 1997 के संघर्षविराम और 2015 के ऐतिहासिक फ्रेमवर्क एग्रीमेंट को याद किया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पिता की मृत्यु के बाद भारत सरकार ने समझौते को कमजोर किया और राजनीतिक वार्ता को प्रधानमंत्री स्तर से घटाकर राज्यपाल स्तर पर ला दिया गया।

इकटो ने 28 वर्षों के संघर्ष विराम के दौरान एनएससीएन में भारतीय खुफिया एजेंसियों की घुसपैठ और दखल का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कई शीर्ष नेता या तो मुखबिर बन चुके हैं या भ्रष्ट नेटवर्क में शामिल हो गए हैं। उन्होंने अफसोस जताया कि उनके पिता के आदर्श और क्रांतिकारी मूल्य लालच और कुशासन की भेंट चढ़ गए हैं। इकटो ने कहा कि अब एनएससीएन/जीपीआरएन ढांचा न्याय, विचारधारा और जवाबदेही से पूरी तरह खाली हो चुका है।

स्वयं को एक ‘दूसरी पीढ़ी का क्रांतिकारी’ बताते हुए इकटो ने कहा कि अब चुप रहना मुमकिन नहीं। उन्होंने अपने पिता के अधूरे मिशन को पूरा करने का संकल्प लिया और नगा युवाओं समेत सभी सोचने-समझने वाले नगाओं से राष्ट्रीय दृष्टिकोण को दोबारा हासिल करने का आह्वान किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश

   

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