नशा छोड़ने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति का होना आवश्यक : विनय आर्या

मीरजापुर, 21 अक्टूबर (हि.स.)। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, स्वास्थ्य विभाग एवं नगरपालिका परिषद के संयुक्त तत्त्वावधान में सोमवार को महुवरिया स्थित राजकीय इंटर कालेज परिसर में तम्बाकू निषेध, ठोस अपष्टि प्रबन्धन एवं पशु क्रूरता विषयक जागरूकता शिविर शुभारम्भ अपर जनपद न्यायाधीश व सचिव डीएलएसए विनय आर्या ने किया।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व अपर जनपद न्यायाधीश ने विद्यालय के छात्र-छात्राओं व कर्मचारियों को तम्बाकू, गुटका छोड़ने का संकल्प दिलाया कि खुद नशा नहीं करेगें और अन्य लोगों को भी नशा न करने की नसीहत से प्रोत्साहित करेंगे। उन्होंने बताया कि तम्बाकू पान, बीड़ी, सिगरेट, गुटका, के सेवन करने वाले व्यक्ति को हृदयरोग, मुधमेह, टीबी, लकवा, दृष्टि विहीनता, फेफड़े के रोग व कैंसर नामक की बीमारी हो जाती है। इन बीमारियों से प्रत्येक 6.5 सेकेंड में एक व्यक्ति की मौत हो जाती है। तम्बाकू में निकोटिन नामक तत्त्व की मात्रा ज्यादा होने के कारण इंसान को नशे का आदी तो बनाता ही है, साथ ही उसके दुष्प्रभाव से मानव के शरीर में अनेकों बीमारियों जन्म लेने लगती हैं, नशा छोड़ने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति का होना अति आवश्यक है। उन्होंने ठोस अपष्टि के बारे में बताया कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट रूल-2016 लागू किया गया है। इसके तहत गांव, शहर, गली-कालोनी एवं अपने घर एवं बाहर व आसपास को स्वच्छ रखने की जरूरत है। गंदगी रहने और पानी के जमाव से गम्भीर बीमारियों फैलती है, ठोस अपष्टि के तहत गीला कूड़ा व सूखा कूड़ा के बारे में छात्राओं को नसीहत दिए साथ ही पशुओं पर दया करने और प्यार करने को कहा।

डा. राजेश यादव ने बताया कि किसी भी प्रकार के नशा को छोड़ने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति का होना अति आवश्यक है, तभी तम्बाकू शराब, पान, बीड़ी-सिगरेट, गुटका, गुल मंजन आदि को छोड़ने में सफलता मिलेगी।

ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन समिति के सदस्य मनोज कुमार सेठ, सूर्य प्रकाश यादव व संजय कुमार ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट रूल-2016 के तहत ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन समिति से सन्दर्भित गीला कूड़ा, सूखा कूड़ा से कम्पोस्ट खाद तैयार करने के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। वाईस प्रिंसपल जीआईसी जय सिंह ने कार्यक्रम का संचालन किया।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

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