काशी की धरोहरों को सहेजना हम सभी का दायित्व: डॉ. दयाशंकर मिश्र
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- Apr 02, 2025

--पराड़कर स्मृति भवन के सौंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास, राज्यमंत्री ने किया शुभारम्भ
वाराणसी, 02 अप्रैल (हि.स.)। काशी के विकास में नीतिगत पत्रकारिता का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। काशी की हिंदी पत्रकारिता में यहां के पत्रकारों का विशेष स्थान है, और स्वतंत्रता संग्राम में भारतीय पत्रकारिता का मूल स्वर त्याग, बलिदान और मिशन के प्रति समर्पण था। सम्पादकाचार्य पं. बाबूराव विष्णु पराड़कर की अमिट स्मृति और हिन्दी पत्रकारिता के चेतना केन्द्र ‘पराड़कर स्मृति भवन’ जैसी धरोहर को सहेजना हम सबका साझा दायित्व है।
यह विचार प्रदेश के आयुष, खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने व्यक्त किए। राज्यमंत्री बुधवार अपरान्ह को अपनी विधायक निधि से पराड़कर स्मृति भवन के सौंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास करने के बाद पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्हाेंने कहा, “स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले कई महान क्रांतिकारी पत्रकारिता से जुड़े थे। यह भवन उनके संघर्षों और समर्पण का प्रतीक है। काशी की बौद्धिकता, विद्वता और पत्रकारिता का इतिहास अत्यंत समृद्ध है। ऐसे में इन धरोहरों का संरक्षण और संवर्धन हम सभी का धर्म है।”
इस अवसर पर संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कुमार, योगेश कुमार गुप्त, और राजनाथ तिवारी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। धन्यवाद ज्ञापन पूर्व अध्यक्ष कृष्णदेव नारायण राय ने किया। अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष डॉ. अत्रि भारद्वाज ने की। राज्यमंत्री का स्वागत संघ के मंत्री सुनील शुक्ला और कोषाध्यक्ष पंकज त्रिपाठी ने किया। इस मौके पर संघ के पूर्व अध्यक्ष सुभाष चन्द्र सिंह, बीबी यादव, वाराणसी प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरुण मिश्र, मंत्री विनय शंकर सिंह, वाराणसी प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष चंदन रूपानी, रोहित चतुर्वेदी, पुरुषोत्तम चतुर्वेदी, राजेश राय, रवीन्द्र प्रकाश त्रिपाठी, ओंकार उपाध्याय, राजेश यादव, आनंद मौर्या, सुरेश गांधी, विमलेश चतुर्वेदी, श्रीधर त्रिपाठी, मुन्ना लाल साहनी, विजयशंकर गुप्ता सहित कई पत्रकार भी उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी