पी.के.को हिरासत में लिए जाने के विरोध में जनसुराज कार्यकर्ताओं ने आक्रोश मार्च निकाला
- Admin Admin
- Jan 06, 2025
सहरसा, 06 जनवरी (हि.स.)।
बिहार में लोकतांत्रिक व्यवस्था कायम रखना तथा बीपीएससी परीक्षा में व्याप्त धांधली के विरोध में जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर द्वारा किए जा रहे आमरण अनशन के दौरान पुलिस द्वारा उनके साथ मारपीट कर हिरासत में लिए जाने की विरोध में जनसुराज कार्यकर्ताओं ने आक्रोश मार्च निकालकर बिहार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
जिलाध्यक्ष सुरेंद्र यादव, डॉक्टर विजय शंकर विमल कांत झा विष्णु स्वरूप राजा भाई किशोर सिंह नवल किशोर सिंह युवा जिला अध्यक्ष सोहन झा के द्वारा राज्यपाल के नाम जिला ज्ञापन डी एम प्रतिनिधि,वरीय पदाधिकारी कुंदन कुमार को दिया गया। इस मौके पर जिला अध्यक्ष सुरेंद्र यादव ने कहा कि बिहार में प्रजातांत्रिक व्यवस्था लड़खड़ा गई है।यहां विपक्ष के नेताओं की आवाज को दबाया जा रहा है। वही बड़े पैमाने पर व्याप्त भ्रष्टाचार व छात्रों की जायज मांग को दबाने के लिए प्रशांत किशोर की आवाज को जबरन दबाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पुलिस के द्वारा सम्माननीय नेता के ऊपर प्रहार करना एवं उन्हें ठंड के मौसम में पानी का फव्वारा देकर घसीटते हुए उनकी गिरफ्तारी किया जाना लोकतंत्र का गला घोटने जैसा है।प्रदेश नेता डॉ विजय शंकर ने कहा कि जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के ऊपर किया गया पुलिसिया जुल्म के कारण कार्य कर्ता काफी आक्रोशित हैं।
उन्होंने कहा कि बीपीएससी परीक्षा को रद्द कर पुनर्परीक्षा ली जाए। उन्होंने कहा कि बीपीएससी परीक्षा के दौरान व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार एवं घोटाला हुआ है। जिसे छिपाने के लिए विपक्षी नेताओं पर प्रहार किया जा रहा है। विमल कांत झा ने कहा कि लोकतंत्र में जनता की आवाज सर्वोपरि है।प्रशांत किशोर के द्वारा छात्रों के हित में किया जा रहा आंदोलन छात्रों को न्याय मिलने तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के विरुद्ध भारी मात्रा में जन स्वराज के कार्यकर्ता सड़कों पर आक्रोशित है।
युवा नेता सोहन झा ने कहा कि बीपीएससी परीक्षा में व्याप्त धांधली के विरोध में छात्र हित की बात करने वाले प्रशांत किशोर द्वारा आमरण अनशन के द्वारा पुलिस द्वारा बर्बर व्यवहार करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया। जिसे जन स्वराज युवा कार्यकर्ता घोर शब्दों में भर्त्सना करती है।जिला प्रवक्ता विष्णु स्वरूप ने कहा कि आने वाले दिनों में जनसुराज के कार्यकर्ताओं को भी टारगेट किया जा सकता है क्योंकि थप्पड़ मार सरकार अब लाठी तंत्र के सहारे छात्रों की आवाज दवा रही है, और इन बीपीएससी अभ्यर्थी के हक में आवाज उठाने वाले को रात में थप्पड़ मार कर उठाती है और घसीटकर ले जाती है,यह दुर्भाग्यपूर्ण और लोकतंत्र के लिए दुखद है ।
हिन्दुस्थान समाचार / अजय कुमार