रांची, 14 अक्टूबर (हि.स.)। झारखंड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ ने राज्य ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड एवं इसकी अनुषंगी कंपनियों द्वारा विगत 9 अक्टूबर को ली गई आंतरिक परीक्षा में धांधली करने का आरोप लगाया है। संघ के अध्यक्ष अजय राय ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी।
अजय राय ने आरोप लगाया कि परीक्षा में ऐसे कई अभ्यर्थियों को पात्र घोषित कर दिया गया है, जो विज्ञापन की अर्हता मापदंडों पर खरे नहीं उतरते। इसे लेकर सूचना अधिकार अधिनियम-2005 के तहत विभाग से सूचना मांगी गई थी, लेकिन छह माह बीतने के बावजूद ऊर्जा विभाग खामोश है। इससे स्पष्ट है कि ऊर्जा विभाग जानबूझकर अनियमितताओं को छिपाने की कोशिश कर रहा है। पूरे प्रकरण में कहीं न कहीं भ्रष्टाचार का बड़ा खेल रचा गया है।
अजय राय ने कहा कि यह मामला सिर्फ भर्ती परीक्षा का नहीं, बल्कि पूरे निगम की विश्वसनीयता का है। अगर पारदर्शिता और न्याय कायम नहीं रहा, तो कर्मचारी और जनता दोनों का भरोसा व्यवस्था से उठ जाएगा। उन्होंने कहा कि ये अनियमितताएं झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड और इसकी अनुषंगी कंपनियों जेबीवीएनएल, जेयूएसएनमस, जेयूयूएनएल के अंतर्गत आंतरिक नियुक्ति विज्ञापन संख्या 01/2024, 03/2024, 04/2024, 05/2024 में भारी पैमाने में मौजूद है। इसमें दूरस्थ शिक्षा (इग्नू और अन्य विश्वविद्यालयों) से डिग्री प्राप्त अभ्यर्थियों के साथ दोहरी नीति अपनाई गई। कुछ को वैध मानकर परीक्षा में बैठाया गया, जबकि कईयों को मनमाने ढंग से अयोग्य ठहराया गया। यह विभागीय भेदभाव और पारदर्शिता की विफलता का स्पष्ट उदाहरण है।
उन्होंने राज्य सरकार से पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराकर जिम्मेदार पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। कार्रवाई नहीं दोने और तत्काल संज्ञान नहीं लेने की स्थिति में उन्होंने न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की चेतावनी भी दी।---------------
हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar



