मोरबी से निकली कांग्रेस की न्याय यात्रा, पीड़ित परिवारों ने बनाई दूरी

मोरबी, 9 अगस्त (हि.स.)। कांग्रेस की न्याय यात्रा शुक्रवार को मोरबी के दरबारगढ़ में शुरू हुई। यात्रा में पिछले डेढ़ वर्ष के दौरान गुजरात में हुए हादसों में मृतकों के परिजनों को साथ लेने की कांग्रेस की घोषणा को समर्थन नहीं मिला है। सूरत में तक्षशीला अग्निकांड के पीड़ितों के परिजनों न्याय यात्रा में शामिल होने से इनकार कर दिया। वहीं, राजकोट गेम जोन अग्निकांड के पीड़ितों के परिजनों ने भी इसमें राजनीति की बात कहते हुए न्याय यात्रा से दूरी बनाई है।

कांग्रेस ने सूरत की तक्षशीला अग्निकांड, मोरबी झूलता पुल, वडोदरा हरणी बोटकांड और राजकोट गेमजोन अग्निकांड हादसों में मृतकों के परिवार को न्याय दिलाने के लिए न्याय यात्रा शुरू की है। मोरबी से लेकर गांधीनगर तक करीब 300 किलोमीटर की इस यात्रा में राहुल गांधी व प्रियंका समेत कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के शामिल होने की संभावना है। मोरबी से यात्रा शुरू होकर राजकोट, सुरेन्द्रनगर, अहमदाबाद होते हुए गांधीनगर जाएगी। यात्रा में कांग्रेस की ओर से एक घड़ा भी रखा गया है,जिसमें लोगों की शिकायतों और समस्याओं का भी संग्रह किया जाएगा। रोजाना 20 से 25 किलोमीटर की पदयात्रा की जाएगी।

मोरबी से गांधीनगर तक की इस यात्रा में देशभर के कांग्रेस नेता शामिल होने की उम्मीद है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी इस यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण भेजा गया है। शुक्रवार को शुरू हुई न्याय यात्रा में गुजरात विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमित चावडा, कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष जिग्नेश मेवाणी, प्रगति आहीर, अमीबेन, मोरबी जिला कांग्रेस के प्रमुख किशोर चिखलिया, पूर्व विधायक लालजी देसाई, पाल आंबलिया, विधायक विमल चुडास्मा समेत अन्य नेता-कार्यकर्ता मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय / संजीव पाश

   

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