केंद्रीय विश्वविद्यालय में महिला सशक्तिकरण पर संगोष्ठी आयोजित

धर्मशाला, 12 मार्च (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्पर्श एपेक्स समिति, महिला अध्ययन एवं विकास केंद्र और सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट के सहयोग से बुधवार को महिला सशक्तिकरण पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने किया। संगोष्ठी का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देना था।

इस संगोष्ठी में एसएसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री मुख्य अतिथि रहीं, जबकि तेंजिन पेमा (एमएमए फाइटर और ट्रेनर), ज्योति शर्मा (क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, जोनल अस्पताल, धर्मशाला) और डॉ. नेहा राणा (स्त्री रोग विशेषज्ञ, जोनल अस्पताल, धर्मशाला) अतिथि वक्ता रहीं।

वहीं बतौर मुख्यातिथि एसएसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने सेल्फ हेल्प ग्रुप और आंगनवाड़ी सदस्यों के साथ बातचीत कर उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने घर से ही नारी को सशक्त बनाने की पैरवी की। उन्होंने कहा कि जब हम परिवार में बेटा-बेटी को समान समझेंगे तभी इस यह सशक्तिकरण साथर्क हो पाएगा।

कुलपति प्रो. बंसल ने हिमाचल प्रदेश पुलिस के सहयोग से सभी परिसरों में एक आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

उन्‍होंने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय ने पिछली बार यह निर्णय भी लिया था कि हम सेल्‍फ हेल्‍प ग्रुप की सहायता करेंगे और हमने केंद्रीय विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को एक प्रोजेक्ट के रूप में सेल्फ हेल्प ग्रुप महिलाएं जो हैं, उनके प्रोडक्‍ट्स को मार्केट तक पहुंचाने के लिए न केवल राज्‍य में बल्कि राज्‍य के बाहर हमारे विद्यार्थी उनकी सहायता करेंगे। यह एक अच्‍छी पहल है। उन्होंने कहा कि 15 दिन का ट्रेनिंग प्रोग्राम हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय और हिमाचल प्रदेश पुलिस के साथ मिल कर करवाएंगे। वहीं अतिथि वक्ताओं ने मानसिक स्वास्थ्य, महिलाओं के कल्याण और आत्मनिर्भरता पर इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किए।

आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, केंद्रीय विश्वविद्यालय ने हिमाचल प्रदेश पुलिस (निर्भय निष्पक्ष सत्यनिष्ठ) के साथ मिलकर एक स्थायी आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है। पुलिस विभाग ने विश्वविद्यालय के तीनों परिसरों में सभी महिला छात्राओं को 20 घंटे का वार्षिक आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करने पर सहमति व्यक्त की है। यह पहल हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के बाद शुरू होगी।

एक सप्ताह तक मिलेगा आत्मरक्षा का प्रशिक्षण

इसके अतिरिक्त, आत्मरक्षा कौशल के महत्व को पहचानते हुए, विश्वविद्यालय ने धर्मशाला परिसर में एक सप्ताह के गहन आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम की घोषणा की है। इस विशेष प्रशिक्षण का नेतृत्व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित प्रो-फाइटर और सेल्फ-डिफेंस ट्रेनर पेमा डोलमा द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम का उद्देश्य महिला छात्राओं को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए आवश्यक आत्मरक्षा तकनीकों से लैस करना है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया

   

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