हिमाचल सोशल बॉडीज फेडरेशन ने किया हिमाचली सांसदों का सम्मान

धर्मशाला, 8 अगस्त (हि.स.)। दिल्ली में बसे हिमाचलियों की शीर्ष संस्था हिमाचल सोशल बॉडीज फेडरेशन ने हिमाचल सदन नई दिल्ली में हिमाचली सांसदों के सम्मान में समारोह का आयोजन किया। इस समारोह में सभी हिमाचली सांसदों का हिमाचली परम्परा में स्वागत किया गया और हिमाचली धाम का आयोजन किया गया।

इस समारोह में बोलते हुए हमीरपुर के सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सोशल बॉडीज फेडरेशन ने दिल्ली में कार्यरत सभी छोटी छोटी हिमाचली संस्थाओं को एक सूत्र में पिरो कर रखा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में लगभग सभी जिलों की छोटी छोटी संस्थाएं हैं और यह संस्थाएं उस क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर, रीती रिवाजों और खान पान की परम्पराओं को राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ी बखूबी से संजो कर रख रही हैं।

उन्होंने इन संस्थाओं द्वारा करोना काल के दौरान दिल्ली में बसे हिमचालियों की मदद करने, ऑक्सीजन सिलिंडर पहुँचाने और मुफ्त राशन प्रदान करने के लिए हिमाचली संस्थाओं की योगदान की सराहना की।

इस अवसर पर बोलते हुए कांगड़ा सांसद राजीव भारद्वाज ने कहा कि यह संस्थाएं हिमाचल राज्य के गुडविल अम्बैसडर की तरह काम करती हैं और हिमाचल प्रदेश की राष्ट्र स्तर पर ईमानदार , मेहनतकश और सीधे सादे इन्सान की छबि उभारने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचलियों ने दिल्ली में अपनी मेहनत और परिश्रम के बल पर सफलता की सीढ़ीओं को चढ़ा है और छोटा सा प्रदेश होने के बावजूद आज दिल्ली में हिमाचली सरकारी, निजी क्षेत्र और कॉर्पोरेट सेकटर में अनेक ऊँचे पदों पर बैठें हैं जोकि प्रदेश के लिए गर्ब की बात है। उन्होंने केन्द्र सरकार के बजट में हिमाचल प्रदेश के लिए रेलवेज, परिवहन तथा पर्यटन क्षेत्रों में हिमाचल प्रदेश को दी गई सौगात का विस्तार से जिक्र किया और कहा कि केन्द्र सरकार हिमाचल के चहुमुखी विकास के लिए बचनबद्ध है।

इस अवसर पर बोलते हुए शिमला के सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि केन्द्र सरकार दिल्ली और अन्य महानगरों में बसे हिमाचलियों को पेश आ रही अनेक दिक्क्तों के प्रति संजीदा है और उन्हें हर सम्भव मदद प्रदान की जाएगी। उन्होंने देश के मेट्रोपॉलिटियन शहरों में हिमाचली सांस्कृतिक केन्द्र खोलने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि इससे हिमाचल पर्यटन को बल मिलेगा और प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर। पहाड़ी भाषा को संजोये रखने में भी मदद मिलेगी।

उन्होंने नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जुड़े रहने की सलाह देते हुए कहा कि उन्हें अपनी बिरासत पर गर्व महसूस करना चाहिए। उन्होंने आपदा के क्षणों में प्रवासी हिमाचलियों के योगदान को सराहा और कहा कि इससे आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी।

वहीं सांसदों का स्वागत करते हुए हिमाचल सोशल बॉडीज फेडरेशन के पदाधिकारियों ने फेडरेशन की गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि फेडरेशन हर परिस्थिति में अपनी मातृभूमि हिमाचल के विकास और उथान के लिए कृत संकल्प रहेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया / सुनील शुक्ला

   

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