प्रदेश में अराजकता की स्थिति, दो माह से बंद पड़ी है ट्रेजरी : विपिन परमार

धर्मशाला, 15 जनवरी (हि.स.)। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र के भाजपा प्रभारी व विधायक विपिन सिंह परमार ने प्रदेश की वित्तीय हालत को लेकर सुक्खू सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने सरकार द्वारा ट्रेजरी को 80 करोड़ जारी करना उंट के मुहं में जीरे के समान बताया है। उन्होंने कहा कि इस पैसों से तो जिला कांगड़ा के ठेकेदारों का भी भुगतान होना असंभव है।

उन्होंने बुधवार को जारी प्रेस बयान में कहा कि सुक्खू सरकार की नाकामियों की वजह से प्रदेश में अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि पिछले दो महीने से प्रदेश की ट्रेजरी अघोषित रूप से बंद है, लोग सरकार से अपने पैसे भी वापस नहीं पा रहे हैं। ट्रेजरी से हर प्रकार के भुगतान रुके हैं, जिसकी वजह से प्रदेश का नुकसान हो रहा है। प्रदेश में आज तक ऐसी स्थिति कभी नहीं आई कि इस प्रकार से अघोषित रूप से ट्रेजरी बंद करनी पड़ी हो और आम जनमानस से लेकर तमाम सेवाओं के वेंडर्स के भुगतान रुके पड़ें हों। एसेंशियल दवाओं की सप्लाई भी दवा सप्लायरों ने रोक दी हो। व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर हिमाचल प्रदेश में सुक्खू सरकार वह सारे काम कर रही है जो एक नाकाम सरकार की निशानी होती है। प्रदेश के लोगों को परेशान करने के बाद भी यह सरकार व्यवस्था परिवर्तन का हवाला देकर वाहवाही लूटने की कोशिशें कर रही है। उन्होंने कहा सुक्खू सरकार व्यवस्था पतन की सरकार है जिसकी नाकामी की कीमत पूरे प्रदेश के लोग चुका रहे हैं।

विपिन परमार ने कहा कि इस समय पूरे प्रदेश में विकास के काम ठप पड़े हैं। स्कूल जैसे संस्थानों को बंद किया जा रहा है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सरकार बर्बाद करने पर आमादा है। सुख की सरकार में स्वास्थ्य व्यवस्था का जिस प्रकार बेड़ागर्क हुआ है वह पूरे प्रदेश से छुपा नहीं है। दवाइयों के पैसे मांगते-मांगते दवा सप्लायरों ने दवाओं की सप्लाई भी अस्पताल में बंद कर दी है। हिमकेयर के भुगतान रोके जाने की वजह से प्रदेश वासियों को मिलने वाले निःशुल्क इलाज का रास्ता सरकार बंद कर चुकी है। प्रदेश में जहां भी जाओ लोग सरकार की नाकामी का हवाला दे रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया

   

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