हरिद्वार, 14 अक्टूबर (हि.स.)। श्री पंचदश नाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी सोमवार को सिद्ध पौराणिक पीठ मायादेवी मंदिर में जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर महंत अवधेशानंद गिरि महाराज ने पूर्ण वैदिक विधि विधान से पूजा-अर्चना कर नगर भ्रमण के लिए रवाना किया।
हर-हर महादेव के जय घोष के साथ पवित्र छड़ी माया देवी मंदिर से कनखल, होली चौक होते हुए भगवान शिव की ससुराल दक्ष महादेव मंदिर पहुंची। जहां महानिर्वाणी अखाड़े के राष्ट्रीय सचीव व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी ने वैदिक मंत्र उच्चारण के मध्य पवित्र छड़ी की पूजा-अर्चना की।
पवित्र छड़ी जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष महंत प्रेम गिरि महाराज,महंत कुश पूरी,महंत केदार पुरी,महंत महेश पुरी,महंत शैलेंद्र गिरी,महंत पुष्कर गिरी,महंत पूर्णागिरि,महंत पशुपति गिरी, महंत महादेवानंद गिरी,महंत महाकालगिरी,महंत आदित्य गिरी आदि के नेतृत्व में महा निर्वाणी अखाड़े पहुंची। जहां महंत रवींद्र पुरी महाराज महानिर्वानी अखाड़ा ने साधु संतों और नागा संन्यासियों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा जगतगुरु शंकराचार्य की ओर से प्रारंभ की गई पवित्र छड़ी यात्रा अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है। यह पवित्र छड़ी शस्त्र और शास्त्र दोनों ही माध्यम से अखाड़ों के द्वारा सनातन धर्म की रक्षा करती चली आ रही है।
वर्तमान में बदले परिवेश में पवित्र छड़ी राष्ट्र की प्रगति,समृद्धि,विकास व उन्नति के उद्देश्य से पूरे देश में भ्रमण कर समाज को जागृत एकजुट होने का संदेश दे रही है। उन्होंने छड़ी यात्रा की सफलता की दक्षेश्वर महादेव और मां गंगा से प्रार्थना करते हुए पवित्र छड़ी को रवाना किया।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला