स्वामी करपात्री महाराज सनातन धर्म के अक्षुण्य प्रकाश पुंज

-धूमधाम से मनाई गई धर्म सम्राट करपात्री महाराज की जयंती

प्रयागराज, 06 अगस्त (हि.स.)। धर्म सम्राट स्वामी करपात्री महाराज सनातन धर्म के अक्षुण्य प्रकाश पुंज हैं। जिनकी किरणें युगों-युगों तक हिन्दू धर्म को प्रकाशित करती रहेंगी। धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, ये उद्घोषणा आज जो जन-जन में व्याप्त है उसको करपात्री महाराज द्वारा दिया गया है।

उक्त विचार मंगलवार को धर्म सम्राट स्वामी करपात्री महाराज की जयंती पर आयोजित गोष्ठी में उपस्थित वक्ताओं ने व्यक्त किया। स्वामी करपात्री महाराज गोवर्धन मठ पुरी ओडिसा के प्रयागराज केंद्र शिवगंगा आश्रम में धूमधाम से जयंती मनाई गई। इस अवसर पर आश्रम में शंकराचार्य पुरी द्वारा स्थापित सिद्ध शिवलिंग का वैदिक विधि विधान से रुद्राभिषेक तत्पश्चात करपात्री के जीवन पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।

वक्ताओं ने कहा कि हर हिन्दू को अपने इन महापुरुष के विषय में जानना समझना चाहिए। पुरी पीठ के वर्तमान शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती धर्म सम्राट स्वामी करपात्री महाराज के विशेष कृपा पात्र शिष्य थे और उन पर करपात्री जी की विशेष अनुकम्पा थी।

गोष्ठी के बाद पौधरोपण कार्यक्रम एवं बाद में भंडारे का अयोजन किया गया। इस अवसर पर व्यास मुनि, बीपी सिंह, अजय पांडेय, सुरेंद्र पांडेय, प्रताप दुबे, मयंक शुक्ला, दीपक शुक्ला, आयुष सिंह, हर्षित, दिनेश पांडेय, वेदपाठी बटुक, भाजपा मीडिया प्रभारी विवेक मिश्र सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र / Siyaram Pandey

   

सम्बंधित खबर