करोड़ों की ठगी करने वाले नटवरलाल को पुलिस ने किया गिरफ्तार

सोलन, 13 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के आधिकारिक लेटर हैड से पत्र जारी कर जाली हस्ताक्षर करके करोड़ों की ठगी करने वाले कसौली निवासी आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है । इसका खुलासा करने वाले दिल्ली निवासी दो लोगों द्वारा उनके साथ हुई लाखों रुपए की ठगी की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाने के बाद छानबीन कर आरोपी को धर दबोचा है ।

ज्ञात रहे कि इस वर्ष 21 मार्च को एक शिकायतपत्र पुलिस थाना कसौली में प्राप्त हुआ था, जिसमें धोखाधड़ी की 419, 420, 467, 468, 471 आईपीसी की धाराओं में मामला दर्ज किया गया था ।

शिकायतपत्र कर्ता दिल्ली निवासी एक कम्पनी गिवरनी इनोवेक्स प्रा० लिटी इंडिया के अध्यक्ष अमन मेहता व कश्मीरी लाल ने शिकायत में कहा गया था कि प्रधानमन्त्री कार्यालय के कुछ अधिकारियों के अधिकारिक लेटर हैड से पत्र जारी करके व जाली हस्ताक्षर करके कम्पनी प्रबन्धन से कम्पनी को फायदा पहुंचाने के नाम पर लाखों रूपए ऐंठ लिए गए । उनके द्वारा छानबीन करने पर पाया गया कि प्रधानमन्त्री कार्यालय से इस प्रकार के कोई भी पत्र इस नाम की कम्पनी को जारी नहीं किए गए हैं । छानबीन पर यह भी पाया गया था कि इस जालसाजी में कसौली निवासी जितेन्द्र कुमार चन्देल भी शामिल था, जिसने प्रधानमन्त्री कार्यालय के अधिकारियों के नाम से झूठे हस्ताक्षर करके जाली पत्र जारी किए थे ।

जांच करते हुए पुलिस ने आरोपी जितेन्द्र कुमार गांव मशोबरा तहसील कसौली निवासी नामक व्यक्ति के मोबाईल फोन, कम्पयुटर तथा अन्य दस्तावेजों का परीक्षण करने पर पाया कि आरोपी जितेन्द्र कुमार चन्देल स्वंय को आयकर विभाग का डिप्टी कमिश्नर बतलाता था । वह विभिन्न विभागों, बैकों आदि से ई-मेल व अन्य माध्यमों से पत्राचार करके उन्हें धोखाधड़ी की नीयत से अपना शिकार बनाकर अनुचित लाभ हासिल करता था ।

सभी साक्ष्यों के आधार पर 12 अगस्त को थाना कसौली की टीम द्वारा आरोपी जितेन्द्र कुमार ( 38 ) पुत्र स्व० देवी चन्द निवासी गांव मशोबरा तहसील कसौली को गिरफ्तार किया गया ।

पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने कहा कि जांच में पाया गया है कि आरोपी जितेन्द्र कुमार चन्देल ने ही प्रधानमन्त्री कार्यालय दिल्ली के नाम से जाली दस्तावेज तैयार करके धोखाधड़ी की है । पुलिस थाना कसौली में शिकायतकर्ता कम्पनी के अध्यक्ष कश्मीरी लाल से कम्पनी को फायदा पहुंचाने के नाम पर लाखों रुपए ऐंठ लिए गए । अभी तक की जाँच में आरोपी द्वारा फ्रॉड करके एक करोड़ रूपए से ज़्यादा है रकम ऐंठी गई है । इसके अतिरिक्त इस आरोपी ने अपना बतौर डिप्युटी डायरेक्टर प्रर्वतन निदेशालय का जाली वेतन प्रमाणपत्र तैयार करके देना बैंक से कार लोन भी हासिल किया है।

उन्होंने कहा कि आरोपी को सोमवार को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर पूछताछ करने के लिए लिया गया है । आरोपी के पूर्व अपराधिक रिकार्ड की पड़ताल की जा रही है ।

हिन्दुस्थान समाचार

हिन्दुस्थान समाचार / संदीप शर्मा / सुनील शुक्ला

   

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