कोलकाता ट्रैवल एण्ड टूरिज्म फेयर में उत्तराखण्ड का शानदार प्रदर्शन

देहरादून, 10 जुलाई (हि.स.)। कोलकाता में आज से शुरू हुए ट्रैवल एण्ड टूरिज्म फेयर (टीटीएफ) में उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद ने प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज की है। । इस तीन दिवसीय आयोजन में उत्तराखण्ड के समृद्ध धार्मिक, सांस्कृतिक, साहसिक एवं प्राकृतिक पर्यटन स्थलों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।

भारत के सबसे बड़े ट्रैवल शो नेटवर्क टीटीएफ का आयोजन बिजनेस-टू-बिजनेस के रूप में किया जाता है। पहले से कहीं अधिक बड़े पैमाने पर आयोजित इस संस्करण में भारत और पड़ोसी देशों से आए प्रदर्शक और पूरे क्षेत्र से आए योग्य खरीदारों ने भाग लिया।

इस वर्ष का आयोजन न सिर्फ नेटवर्किंग के और भी बेहतर अवसर प्रदान करता है, बल्कि क्षेत्रीय साझेदारी को गहराई से जोड़ता है और ट्रैवल व टूरिज्म सेक्टर में व्यापार विकास व सहयोग के लिए एक अद्वितीय मंच प्रस्तुत करता है।

ट्रैवल एण्ड टूरिज्म फेयर का जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने विधिवत उद्घाटन किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर उन्होंने विभिन्न राज्यों के पर्यटन स्टॉलों का अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड राज्य के पर्यटन स्टॉल का विशेष रूप से भ्रमण किया। उन्होंने उत्तराखण्ड टूरिज्म द्वारा प्रस्तुत प्रचार सामग्री विशेषकर ब्रोशर को देखा और राज्य की समृद्ध प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक महत्व एवं सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाले प्रयासों की सराहना की।

उत्तराखण्ड मंडप पर विशेष रूप से चारधाम यात्रा, मानसखण्ड एक्सप्रेस व राज्य के अन्य लोकप्रिय और उभरते पर्यटन स्थलों की जानकारी दी गई। साथ ही राज्य सरकार की विभिन्न पर्यटन नीतियों और सुविधाओं से भी आगंतुकों को अवगत कराया गया।

उत्तराखण्ड टूरिज्म का यह सहभाग राज्य की पर्यटन संभावनाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस तरह के आयोजनों के माध्यम से उत्तराखण्ड राज्य की पर्यटन नीति एवं स्थायी पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को नई दिशा मिल रही है।

टीटीएफ कोलकाता में देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों को प्रदर्शित करने वाले राज्यों यथा राजस्थान, गोवा, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु एवं दिल्ली ने भी भाग लिया। इस फेयर में लगभग 25 होटल व्यवसायियों ने भी भागीदारी ली।

उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद की ओर से उप निदेशक, पर्यटन के नेतृत्व में टीम दने प्रतिभाग किया गया, जिन्होंने आगंतुकों, ट्रैवल एजेंट्स, मीडिया प्रतिनिधियों एवं निवेशकों को राज्य की पर्यटन संभावनाओं से अवगत कराया।

यह आयोजन उत्तराखण्ड राज्य की पर्यटन छवि को राष्ट्रीय स्तर पर और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हो सकता है, आने वाले दिनों में इससे राज्य में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि एवं पर्यटन आधारित रोजगार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल

   

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