सोनप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग पर पैदल यात्रा शुरू, आपदा में बह गई थी सड़क

गुप्तकाशी, 09 अगस्त (हि.स.)। सोनप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग पर शुक्रवार से यात्रियाें और घोड़े-खच्चरों की आवाजाही शुरू हो गई है। यह मार्ग गत 31 जुलाई को केदार घाटी में आई आपदा से क्षतिग्रस्त हो गया था। जिलाधिकारी के निर्देशन में निर्माण एवं मरम्मत कार्य संबंधित विभागों की ओर से त्वरित गति से किए जा रहे हैं, ताकि पैदल यात्रा मार्ग जल्द से जल्द तीर्थ यात्रियों के लिए सुचारू किया जा सके।

राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह ने बताया कि सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग (जो 150 मीटर पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था और आवाजाही भी बाधित था) शुक्रवार काे पैदल यात्रियों एवं घोड़े-खच्चरों के लिए खोल दिया गया है। मार्ग खुलने पर सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच फंसे घोड़े-खच्चरों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग का निर्माण कार्य जारी है। पोकलैंड मशीन से 75 मीटर सड़क की कटिंग कर ली गई है।

डीडीएमए के अधिशासी अभियंता विनय झिंक्वाण ने बताया कि यात्रा मार्ग पर जो भी क्षतिग्रस्त स्थान हैं, उन स्थानों पर मजदूरों द्वारा कार्य त्वरित गति से किया जा रहा है। प्रयास है कि यात्रा मार्ग को जल्द से जल्द यात्रियों की आवाजाही के लिए ठीक किया जा सके। वहीं अधिशासी अभियंता जल संस्थान अनीश पिल्लई ने बताया कि यात्रा मार्ग के विभिन्न पड़ावों पर जो पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, उन स्थानों पर वैकल्पिक व्यवस्था के तहत पेयजल आपूर्ति सुचारू कर दी गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / बिपिन / कमलेश्वर शरण

   

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