हल्द्वानी, 15 नवंबर (हि.स.)। कुमाऊं कमिश्नर और मुख्यमंत्री सचिव दीपक रावत ने हल्द्वानी में जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक की, जिसमें कुमाऊं के सभी छह जिलों में पेयजल योजनाओं की प्रगति पर चर्चा हुई। वर्तमान में कुमाऊं में कुल 3411 पेयजल योजनाएं हैं, जिनमें से 2444 योजनाएं पूरी हो चुकी हैं और 967 योजनाओं पर कार्य जारी है। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने आज जल जीवन मिशन की बैठक ली। बैठक में उन्होंने सभी जिलाधिकारियों और संबंधित अधिकारियों को इन योजनाओं की नियमित निगरानी करने को कहा है। इसके साथ ही लापरवाही करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कुमाऊं कमिश्नर ने बताया कि जल जीवन मिशन दूरस्थ और दुर्गम गांवों में हर घर तक पेयजल पहुंचाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण योजना है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिलेवार स्थिति के अनुसार अल्मोड़ा में 889 में से 281, बागेश्वर में 422 में से 83, चम्पावत में 469 में 113, नैनीताल में 519 में 232, पिथौरागढ़ में 779 में 122 और ऊधम सिंह नगर में 333 में 136 योजनाएं अधूरी हैं।
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने निर्देश दिए कि जिन योजनाओं का कार्य पूरा हो चुका है उनका थर्ड पार्टी वेरिफिकेशन किया जाए। जबकि लंबित योजनाओं को अगले वित्तीय वर्ष तक पूरा करने के लिए संशोधित एक्शन प्लान प्रस्तुत किया जाए। इसके साथ ही पेयजल लाइन बिछाने के बाद गड्ढों का सही ढंग से भरान किया जाए। पाइप को मानकों के अनुसार उचित गहराई में दबाया जाए ताकि सरकारी धन और जनता को असुविधा से बचाया जा सके।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनुपम गुप्ता