उपराज्यपाल सिन्हा ने तवी महोत्सव का किया उद्घाटन
- Neha Gupta
- Mar 07, 2025


जम्मू, 07 मार्च । उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अमर महल पैलेस में हरि तारा चौरिटेबल ट्रस्ट (एचटीसीटी) की ओर से आयोजित तवी महोत्सव के तीसरे संस्करण का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम के साथ अमर महल संग्रहालय और पुस्तकालय के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में स्वर्ण जयंती समारोह की शुरुआत भी हुई।
अपने संबोधन में उपराज्यपाल ने डॉ. करण सिंह और हरि तारा चौरिटेबल ट्रस्ट से जुड़े सभी लोगों को इस अनूठे महोत्सव के आयोजन और कला, साहित्य और इतिहास में नए विचारों को साझा करने और उजागर करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों और चिकित्सकों को एक साथ लाने के लिए बधाई दी। उपराज्यपाल ने समाज में बदलाव लाने और वैश्विक ज्ञान मंचों को समृद्ध करने में कलाकारों और साहित्यकारों के बहुमूल्य योगदान पर प्रकाश डाला। उपराज्यपाल ने कहा कि कला एक प्रबुद्ध समाज के निर्माण और मूल्य प्रणाली और रचनात्मकता के साथ नागरिकों के विकास में मदद करने के लिए आवश्यक तत्व है। कला और संस्कृति एक समृद्ध और शांतिपूर्ण दुनिया के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी की तरह ही महत्वपूर्ण है।
उपराज्यपाल ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने नई सुविधाएं प्रदान की हैं और मानव समाज के काम करने और रहने के तरीके को फिर से परिभाषित किया है। लेकिन आधुनिक साधन कला और संस्कृति की समृद्ध और जीवंत परंपरा के बिना अधूरे हैं। हमें प्रौद्योगिकी और कला के बीच एक अच्छा संतुलन बनाने की जरूरत है। हमारी सभ्यता को जीवंत बनाने में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के नए आविष्कारों की भूमिका अतुलनीय है। इसलिए मेरा मानना है कि समाज को वैज्ञानिकों के साथ-साथ कलाकारों और अध्यात्मवादियों की भी जरूरत है।
उपराज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में ‘विकास भी विरासत भी’ के संकल्प के साथ काम करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने स्थानीय संस्कृति, नैतिक मूल्यों और पारंपरिक ज्ञान पर आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने में कलाकारों और बुद्धिजीवियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उपराज्यपाल ने कहा कि समाज का आर्थिक विकास कला और संस्कृति से संचालित होता है। सतत विकास के लिए हमें और अधिक रचनात्मक नेताओं की जरूरत है। युवा पीढ़ी को हमारी संस्कृति और मूल्यों से जोड़ने के हमारे प्रयासों को और गहरा किया जाना चाहिए।
उपराज्यपाल ने जम्मू कश्मीर की कलात्मक, सांस्कृतिक और भाषाई विरासत की समृद्ध विविधता और विशिष्टता को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से उठाए गए उपायों को भी साझा किया। इस अवसर पर डॉ. कर्ण सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री और अध्यक्ष हरि तारा चौरिटेबल ट्रस्ट; ट्रस्ट के सदस्य एवं ट्रस्टी, विक्रमादित्य सिंह, अजातशत्रु सिंह, डॉ. ज्योत्सना सिंह, रितु सिंह, मार्तण्ड सिंह, पुलिस एवं नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा प्रसिद्ध कलाकार उपस्थित थे।