प्रयागराज के करछना व मेजा में अवैध कब्जे पर होगी विधिक कार्रवाई

-कास्तकारों को दिया गया 21 सितम्बर समाप्त हो चुका

-कब्जा हटाने में आने वाले व्यय को कब्जा धारक से वसूला जायेगा

प्रयागराज, 27 सितम्बर (हि.स.)। उत्तर मध्य रेलवे द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना पं० दीनदयाल उपाध्याय-प्रयागराज तीसरी रेलवे लाइन का कार्य किया जा रहा है। जिसे 2025 में यातायात के लिए खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। परियोजना निर्माण के लिए प्रयागराज जनपद में भूमि अधिग्रहण का कार्य अपने अंतिम दौर में है।

एनसीआर के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी के अनुसार परियोजना के संरेखण में लगभग 167 संरचनाओं को चिन्हित किया गया है, जिनका भुगतान कास्तकारों को मिल चुका है। परन्तु अभी तक कब्जा हटाने में व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है। जिस कारण परियोजना का कार्य प्रभावित हो रहा है।

सीपीआरओ ने बताया कि इस सम्बन्ध में रेलवे ने अतिक्रमण ध्वस्त करने से पहले की सभी विधिक तैयारियां पूर्ण कर ली है। कास्तकारों को 21 सितम्बर तक का समय दिया गया था। क्योंकि नोटिस की समय सीमा समाप्त हो चुकी है। अब किसी भी समय रेलवे द्वारा नियमन अनुसार विधिक कार्यवाही की जा सकती है।

रेलवे अधिकारियों ने बताया है कि कब्जा धारकों को कब्जा हटाने के लिए पर्याप्त समय दिया गया था। ऐसे अवैध कब्जा धारकों को चिन्हित कर लिया गया है, जिन्होंने भुगतान पाने के बावजूद अवैध कब्जा नहीं हटाया है। इस प्रक्रिया में आने वाले व्यय को कब्जा धारक से वसूला जायेगा। इसी क्रम में करछना व मेजा तहसील के तीसरी लाइन में आने वाले सभी अवैध कब्जों को सितम्बर माह के अंत तक विधिक कार्यवाही की जाएगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र

   

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