कांवड़ यात्रा के बाद पटरी पर लौटा जनजीवन, हाईवे पर वाहन शुरू

मेरठ, 03 अगस्त (हि.स.)। कांवड़ यात्रा का समापन होने के बाद एक सप्ताह से हाईवे पर ठप पड़ा वाहनों का आवागमन शनिवार सुबह से शुरू हो गया। इसके साथ ही बाजारों में चहल-पहल बढ़ने से जनजीवन पटरी पर लौट आया।

श्रावण मास की शिवरात्रि को हरिद्वार से कांवड़ यात्रा शुरू होती है। नेशनल हाईवे-58 से होकर दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के लाखों कांवड़िये गुजरते हैं। इस कारण लगभग दस दिन के लिए हाईवे पर भारी वाहनों का आवागमन बंद हो जाता है। रोडवेज की बसों को भी रूट डायवर्ट करके गुजारा जाता है। हाईवे पर कांवड़ियों की संख्या बढ़ने पर हल्के वाहनों को भी बंद कर दिया जाता है। मेरठ शहर के अंदरूनी मार्गों को भी बैरिकेडिंग करके बंद कर दिया जाता है। मेरठ के भैंसाली रोडवेज बस अड्डे को भी सोहराब गेट बस अड्डे पर शिफ्ट कर दिया जाता है। शिवरात्रि पर जलाभिषेक के साथ ही शुक्रवार की देर रात कांवड़ यात्रा पर विराम लग गया। इसके साथ ही एनएच-58 समेत सभी हाईवे पर भारी वाहनों का आवागमन शुरू हो गया। शुक्रवार की रात को ही सड़कों के बंद कटों को भी खोल दिया गया, जिससे शनिवार की सुबह से ही वाहनों का बेरोकटोक आवागमन शुरू हो गया। भैंसाली बस अड्डा भी अपनी पुरानी जगह पर शिफ्ट हो गया और बसों का संचालन शुरू हो गया। बाजारों में भी एक सप्ताह बाद रौनक लौट आई और जनजीवन पूरी तरह से पटरी पर लौट आया। मेरठ की सिटी बसें भी चलनी शुरू हो गईं। सिटी बसों के लोहिया नगर डिपो के एआरएम विपिन सक्सेना के अनुसार, शनिवार से सिटी बसों का भी संचालन अपने तय समय पर शुरू हो गया।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.कुलदीप त्यागी / Siyaram Pandey

   

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