27 को निकलेगी भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा, श्रध्दालुओं को होगा गजामूंग प्रसाद का वितरण

प्राण प्रतिष्ठा के दौरान उपस्थित महिलाएं।

धमतरी, 26 जून (हि.स.)। धमतरी शहर के प्राचीन जगदीश मंदिर में रथयात्रा पर्व को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है। गुरुवार सुबह पंडित बालकृष्ण शर्मा की अगुवाई में मंदिर में हवन-पूजन के बाद महाप्रभु जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभ्रदा की प्रतिमा की पुनः प्राण प्रतिष्ठा की गई। 27 जून को शहर में भव्य रथयात्रा निकाली जाएगी। भगवान जगन्नाथ रथ खींचने श्रद्धालुओं में होड़ लगेगी। रास्ते भर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं।

जगन्नाथ, भाई बलभ्रद और बहन सुभद्रा को रथ में विराजमान कर शहर में रथयात्रा निकाली जा रही है। इस साल भी रथयात्रा महापर्व को लेकर मंदिर समिति की ओर से आवश्यक सभी तैयारी की गई है। श्री जगदीश मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष किरण गांधी ने बताया कि शहर में श्री जगदीश मंदिर का इतिहास सैकड़ों साल पुराना है। यहां पिछले 118 सालों से धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप यहां हर साल महाप्रभु श्रीजगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जा रही है। 25 जून तक मंदिर में महाप्रभु को विशेष औषधीय काढ़ा का उन्हें भोग लगाया गया। साथ ही श्रद्धालुओं को काढ़ा का वितरण भी किया गया । महाप्रभु के स्वस्थ होने के बाद 26 जून की सुबह मुख्य पुजारी पंडित बालकृष्ण शर्मा द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ महाप्रभु जगन्नाथ, भाई बलभ्रद और बहन सुभद्रा की प्रतिमा की पूजा-अर्चना और हवन- पूजन कराने के बाद पुनः गर्भगृह में प्राण-प्रतिष्ठा कराई गई। 27 जून को दोपहर डेढ़ बजे महाप्रभु जगन्नाथ को रथ में आरूढ़ कर शहर में रथयात्रा निकाली जाएगी।

गजामूंग महाप्रसादी का होगा वितरण

श्रीजगदीश मंदिर में इस साल भी श्रद्धालुओं को गजामूंग याने की अंकुरित चना और मूंग का प्रसाद के रूप में वितरण किया जाएगा। बताया गया है कि अंकुरित चने में आयरन और फास्फोरस प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसका सेवन करने से शरीर में स्फूर्ति आती है। इन वैज्ञानिक कारणों के आलावा मंदिर की मान्यता के अनुरूप ही श्रद्धालुओं को अंकुरित चना और मूंग का वितरण किया जाता है। यह परंपरा सालों से चली आ रही है। जानकारी के अनुसार आठ क्विंटल मूंग और छह क्विंटल चना का वितरण श्रद्धालुओं को किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

   

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