उपराज्यपाल ने गृह मंत्री की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक में भाग लिया

उपराज्यपाल ने गृह मंत्री की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक में भाग लिया


श्रीनगर 07 मई । उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने वर्चुअल मोड के माध्यम से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक में भाग लिया।

उपराज्यपाल के साथ मुख्य सचिव अटल डुल्लू, जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात, खुफिया ब्यूरो के विशेष निदेशक महेश दीक्षित, जम्मू-कश्मीर के गृह विभाग के प्रमुख सचिव चंद्राकर भारती और राजभवन, श्रीनगर में आईबी के संयुक्त निदेशक पंकज ठाकुर भी शामिल हुए।

उपराज्यपाल ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री के निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाएगा। बैठक के बाद उपराज्यपाल ने अधिकारियों को केंद्रीय गृह मंत्री के दिशा-निर्देशों के अनुसार आवश्यक कदम उठाने और किसी भी संभावित खतरे को समय रहते बेअसर करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत नेतृत्व की भी प्रशंसा की और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की शपथ ली।

यह बैठक सशस्त्र बलों के ’ऑपरेशन सिंदूर’ के कुछ घंटों बाद हुई जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया गया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई गई और निर्देशित किया गया था।

उपराज्यपाल जम्मू कश्मीर में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और सुरक्षा परिदृश्य की नियमित समीक्षा कर रहे हैं और सीमावर्ती गांवों और अन्य क्षेत्रों में आवश्यक कार्रवाई के लिए टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।

उपराज्यपाल ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर भारत की तीनों सेनाओं द्वारा 24 सटीक मिसाइल हमलों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ हमारे बहादुर सशस्त्र बलों के संकल्प का एक अविश्वसनीय उदाहरण है और उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लिया है जिसमें पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 26 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी थी।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए भारत ने यह संदेश भी दिया है कि आतंकवादी चाहे कहीं भी छिपे हों हमारे बहादुर सशस्त्र बल उन्हें ढूंढ़ लेंगे और उनके जघन्य अपराधों की सजा देंगे। लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी समूहों के प्रशिक्षण शिविर जो दशकों से भारत में निर्दोष लोगों का खून बहा रहे थे पूरी तरह से नष्ट कर दिए गए हैं।

उपराज्यपाल ने कहा कि हमारे सशस्त्र बलों द्वारा केंद्रित और मापा कार्रवाई से सभी सीमावर्ती जिलों के उपायुक्तों सहित सभी वरिष्ठ प्रशासनिक, पुलिस और जिला अधिकारियों के साथ जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के सीमावर्ती जिलों की स्थिति का भी आज सुबह जायजा लिया। उन्होंने दोहराया कि सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

उपराज्यपाल ने कहा कि हम हर नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। उपराज्यपाल ने ग्रामीणों को संवेदनशील क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने और भोजन, चिकित्सा और परिवहन सुनिश्चित करने के लिए उपायुक्तों को निर्देश दिया है। वह लगातार जमीन पर संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं।

उपराज्यपाल ने कहा कि पूरा प्रशासन, पुलिस, सीएपीएफ और सशस्त्र बल एक साथ काम कर रहे हैं। हम किसी भी स्थिति का जवाब देने के लिए सतर्क, सुसज्जित और पूरी तरह तैयार हैं।

   

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