राकेश पाल को एपीएससी अध्यक्ष नियुक्त करने के लिए कांग्रेस माफी मांगे: मुख्यमंत्री

- गौरव गोगोई ने अब तक तीन लाख के वेडिंग गिफ्ट के दावे का खंडन नहीं किया: मुख्यमंत्री

गुवाहाटी, 03 मार्च (हि.स.)। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने असम प्रदेश कांग्रेस से राकेश पॉल की एपीएससी अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को लेकर राज्य के बेरोजगार युवाओं से माफी मांगने की मांग की। सोमवार को विधानसभा में बजट सत्र के दौरान एक बार फिर मुख्यमंत्री ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के विवाह उपहार का मुद्दा उठाया। उन्होंने सवाल किया कि गोगोई अब तक यह क्यों नहीं कह रहे हैं कि राकेश पॉल ने उनके विवाह में तीन लाख रुपये मूल्य के गहने उपहार में नहीं दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिप्लब कुमार शर्मा की रिपोर्ट प्रकाशित हुए 20 दिन हो गए, फिर भी गौरव गोगोई ने इन आरोपों का खंडन नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार पहले ही आयकर विभाग को पत्र लिख चुकी है।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अखिल गोगोई को लेकर मीडिया में बहुत रिपोर्टिंग हुई, लेकिन गौरव गोगोई पर नहीं, क्योंकि अखिल गोगोई साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं।

एपीएससी जांच पर विपक्ष का रुख आक्रामक रहा। वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने दावा किया कि सरकार सभी अनियमितताओं की जांच कर रही है, लेकिन कुछ लोग उन पर कुछ अधिकारियों को बचाने का आरोप लगा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि आवश्यकता हुई, तो वे इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक ले जाने के लिए भी तैयार हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 39 अधिकारियों को बर्खास्त किया जा चुका है, जो असम में अभूतपूर्व कार्रवाई है और इनमें से किसी को भी पुनः बहाल नहीं किया गया है। हालांकि, उन्होंने यह भी चेताया कि किसी भी गलत निर्णय से निर्दोष लोगों को नुकसान हो सकता है।

इस बीच, विपक्ष ने बिप्लब कुमार शर्मा की रिपोर्ट को लेकर अलग-अलग रुख अपनाया। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने रिपोर्ट को खारिज कर दिया, जबकि, नेता प्रतिपक्ष देबब्रत सैकिया ने इसे विधानसभा में प्रस्तुत करने की मांग की।

सैकिया ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वे एपीएससी भर्ती घोटाले पर मुख्यमंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं और उन्होंने समिति की सिफारिशों को लागू करने की मांग की।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश

   

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