पब्लिसिटी के लिए  विवादित बयान दे रहे छाेटे साधु-संत

बोले—छोटे-छोटे संत—महात्मा अपनी उपलब्धि पाने के लिए इस तरह का बयान दे रहे

वाराणसी,06 जनवरी (हि.स.)। प्रयागराज महाकुंभ में मुसलमानों की एंट्री बैन करने की संतों की मांग पर समाजवादी पार्टी के चंदौली सांसद वीरेन्द्र सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। सांसद ने कहा कि अखाड़ा परिषद के साधु-संतों के मुख से ऐसा बयान नहीं आया है। छोटे-छोटे संत—महात्मा प्रसिद्धि पाने के लिए इस तरह का बयान दे रहे हैं। ये लोग मीडिया में बने रहने के लिए ऐसे बयान देते हैं, इनको विशेष महत्व देने की जरूरत नहीं है। सांसद वीरेन्द्र सिंह सोमवार को यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि अजमेर शरीफ भी मुसलमानों के लिए आस्था की जगह है। मुसलमान तो नहीं कहते, वहां हिन्दू न जाएं। अजमेर शरीफ में खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चादर चढ़ाया है। महाकुंभ में न जाने को लेकर दिए अपने बयान पर सांसद ने सफाई देते हुए कहा कि वह मेरा निजी बयान था । उस समय मुझे वायरल बुखार हुआ था । भारत में एचएमपीवी वायरस का पहला केस मिलने से जुड़े सवाल पर वीरेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार को चीन से आवागमन बंद कर देना चाहिए। विशेष रूप से कुंभ का सरकार को ध्यान रखना चाहिए। कुंभ में स्नान करने के नाम पर चीन के लोग न आ जाएं। नहीं तो वायरस तेजी के साथ फैल जाएगा और देश का बड़ा नुकसान होगा। अपने संसदीय क्षेत्र चंदौली से जुड़े सवाल पर सांसद ने कहा कि वहां सबसे बड़ी समस्या गरमी के दिनों में फसलों में आग लगने की है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि अमड़ा में फायर स्टेशन और धानापुर चोचकपुर पर पुल बनाया जाए। चंदौली स्टेशन पर सभी ट्रेन रुकती नहीं है। इसके लिए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से मांग की है कि सभी ट्रेनों का ठहराव हो। उन्हाेंने बताया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से चंदौली क्षेत्र में एग्रो बेस्ड इंडस्ट्री लगाने के लिए एक्सप्रेस वे बनाने का आग्रह किया है। इसकी अनुमति मिल गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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