बाराबंकी, 27 सितंबर (हि.स.)। एक होटल मालिक को एक व्यक्ति की मदद करना भारी पड़ गया और मदद के बदले में उस पर न सिर्फ आरोप लगे, बल्कि उसके खिलाफ कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज हो गया।
दरअसल, पूरा मामला बाराबंकी जनपद के रामसनेहीघाट कोतवाली के लखनऊ अयोध्या हाईवे स्थित देवेश रेस्टोरेंट से जुड़ा हुआ है। जहां पर तिवारीपुर गांव के रहने वाले कृष्ण मुरारी तिवारी ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि लखनऊ अयोध्या हाईवे किनारे स्थित देवेश रेस्टोरेंट में 11 महीने के लिए दुकान किराए पर ली थी। और समय से किराया बिजली का बिल जमा करने के बाद भी देवेश रेस्टोरेंट के मालिक अरुण तिवारी ने दबंगई करते हुए दुकान में ताला लगा दिया, जिससे उनका कच्चा माल खराब हो गया। युवक की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।
वहीं, दूसरी ओर जब इस बात पर दर्ज की मुकदमे के बारे में देवेश रेस्टोरेंट के मालिक अरुण तिवारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जो भी आरोप है। वह निराधार है बिल्कुल झूठे हैं। बल्कि मैंने तो उनकी मदद की है। उन्होंने कभी समय से किराया दिया ना बिजली का बिल दिया वह सब तो बाकी ही था। उल्टा मैंने उनके दुकान के लिए अपने रेस्टोरेंट से समान भी दे दिया। इसके अलावा उनके बच्चे के फीस के लिए भी मैंने 50 हजार उधार दिए हैं। जिसमें 15 हजार ऑनलाइन और 35 हजार नकद दिए। मैंने तो उल्टा उनकी मदद की है उनकी हालत को देखते हुए और मेरे पैसे ना देने पड़े इस वजह से उल्टा मेरे ऊपर आरोप लगाया। मेरे पास तो सारे प्रूफ भी है। जो भी समय आने पर साबित कर दूंगा। लेकिन इससे एक विश्वास जरूर उठता है कि आगे से किसी पर विश्वास करना किसी की मदद करना मुश्किल होगा। पिछले आठ सालों से मैं यहां रेस्टोरेंट चला रहा हूं, कई बार ऐसे मौके आए जब लोग अपना सामान पैसों से भरा बैग छूट गया, जिसको मैंने वापस किया है। यह उसके प्रमाण है कि गलत कौन है और सही कौन है। फिलहाल वक्त आने पर सारी सच्चाई सामने आएगी। फिलहाल, पूरे मामले में रामसनेहीघाट कोतवाली पुलिस जांच कर रही है। और जांच के बाद ही सच क्या है और झूठ क्या है यह सामने आ पाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / पंकज कुमार चतुवेर्दी