मकर संक्रांति: पचपन से ज्यादा लोग पतंगबाजी के दौरान घायल होकर अस्पताल पहुंचे

जयपुर, 14 जनवरी (हि.स.)। राजधानी जयपुर में मकर संक्रांति पर गुलाबी नगरी जयपुर में मंगलवार को जमकर पतंगबाजी हुई। हालांकि इस दौरान लापरवाही के चलते कई लोग छत से गिरकर घायल हो गए तो कुछ मांझे के कारण घायल होकर जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रोमा सेंटर पहुंचे। इनमें से कुछ मरीज ऐसे है, जिनके पतंग उड़ाने के दौरान गिरने या लूटने के दौरान टक्कर लगने से सिर में चोट आई है। वहीं कुछ मरीज ऐसे है, जिनके मांझे से चेहरे, हाथ और गले आदि जगह कट लग गए है। कुछ गंभीर मरीजों पोलीट्रोमा वार्ड में भर्ती किया है।

ट्रोमा सेंटर के इंचार्ज और ऑर्थाेपेडिक्स डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि हॉस्पिटल में पन्द्रह जनवरी तक के लिए इमरजेंसी में विशेष व्यवस्था की गई है। इसमें ऑर्थाेपेडिक्स, न्यूरो सर्जरी के अलावा एनेस्थीसिया, जनरल सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी और ईएनटी के डॉक्टर्स की भी ड्यूटी लगाई है।

डॉ. ने बताया कि 13 जनवरी से 14 जनवरी शाम तक पचपन मरीज ट्रामा सेंटर में अब तक आ चुके है, जो पतंगबाजी के दौरान घायल हुए है। इसमें से कुछ मरीजों के सिर में चोट लगी है, जबकि कुछ मरीज मांझे से कटने के बाद उपचार के लिए यहां पहुंचे। कुछ गंभीर घायल मरीजों को पॉलीट्रोमा वार्ड में भर्ती किया है,जबकि शेष को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी है।

गौरतलब है कि 13 से 15 जनवरी तक ज्यादातर मामले मांझे से कटने के आते है। इसमें गर्दन,नाक के कटने के अलावा हाथ और चेहरे पर मांझे से गंभीर रूप से कटने के मामले आने की स्थिति को देखते हुए ईएनटी और जनरल सर्जरी के डॉक्टर्स की विशेष ड्यूटी लगाई जाती है। इसके अलावा पतंगबाजी के दौरान छत से गिरने अथवा पतंग लूटते समय दुर्घटना में घायल होने के भी कुछ मामले आते है। इसे देखते हुए न्यूरोसर्जरी और ऑर्थाेपेडिक्स के डॉक्टर भी राउड दि क्लॉक ड्यूटी पर रहते है।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

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