पोषक आहार को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं:  आनंदीबेन पटेल

- पुष्प प्रदर्शनी अब एक समग्र कृषि एवं औद्यानिकी महोत्सव का रूप ले चुकी

लखनऊ, 07 फरवरी (हि.स.)। राजभवन प्रांगण में शुक्रवार को आयोजित 56वीं प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2025 का उद्घाटन उद्यान कृषि विपणन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह की उपस्थिति में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे पोषक आहार को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और अपने परिवार की सेहत का विशेष ध्यान रखें।

इस अवसर पर उन्होंने उत्कृष्ट कार्यों के लिए 12 प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया तथा स्मारिका ‘‘प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2025’’ का विमोचन भी किया। राज्यपाल ने प्रदर्शनी में प्रमुख आकर्षण के रूप में अप्रयुक्त सामग्रियों से निर्मित एवं फूलों से सुसज्जित विशालकाय गणपति की प्रतिमा, विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक फूलों से बनाई गई ग्रह मण्डल, श्री राम जन्मभूमि मन्दिर व विभिन्न आकृतियों की सराहना करते हुए कहा कि यह केवल फूलों की प्रदर्शनी नहीं है, बल्कि यहां आध्यात्मिक चेतना का भी दर्शन हो रहा है।

इस अवसर पर राज्यपाल ने सशक्त एवं स्वस्थ भारत के निर्माण के लिए संतुलित एवं पौष्टिक आहार के प्रति जागरूकता बढ़ाये जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कृषकों को कृषि उत्पादों के पोषक तत्वों एवं पोषक मूल्यों की जानकारी होनी चाहिए। कृषक मूल्य संवर्द्धित कृषि को अपनाएं एवं अपने आय सृजन में वृद्धि करें। जब तक कृषि में मूल्य संवर्द्धन नहीं होगा तब तक किसान समृद्ध नहीं होगा। उन्होंने कहा कि देश में पानी की समस्या है। अतः यहां की फसलों को ड्रिप इरीगेशन तकनीक की आवश्यकता है।

उन्होंने कृषकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि प्रतिवर्ष ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से सिंचित फसलों के क्षेत्र में वृद्धि हो। उन्होंने देशी एवं ऑर्गेनिक खेती को अपनाए जाने पर भी बल देते हुए कहा कि इन उत्पादों की बिक्री के लिए प्रभावी व्यवस्था होनी चाहिए।

राज्यपाल ने प्रधानमंत्री द्वारा किसानों के लिए शुरू की गई ड्रोन दीदी योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि अब प्रशिक्षित महिलाएं किसानों को सहयोग प्रदान कर रही हैं, जिससे किसानों के समय और धन की बचत हो रही है। उन्होंने सभी किसानों से प्रदर्शनी में लगाये गये स्वास्थ्य शिविर में अपनी जांच कराने व निःशुल्क उपचार कराये जाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि स्वस्थ किसान ही उन्नत खेती कर सकते हैं, इसलिए सभी को संतुलित और पोषणयुक्त आहार का सेवन करना चाहिए।

इसके अलावा, प्रदर्शनी में विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा प्रस्तुत कलात्मक रचनाओं की सराहना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थियों ने कठिन परिश्रम कर अत्यंत सुंदर एवं उत्कृष्ट कृतियाँ बनाई हैं। इसी क्रम में राज्यपाल जी ने पोटेटो एग्जीबिशन एंड फूड एक्सपो का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने आलू उत्पादकों और व्यापारियों के विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन कर उनका उत्साहवर्द्धन किया।

कार्यक्रम में उद्यान कृषि विपणन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि राज्यपाल के प्रयासों से यह प्रदर्शनी केवल पुष्पों तक सीमित न रहकर एक व्यापक कृषि एवं उद्यानिकी उत्सव के रूप में विकसित हुई है, जिसमें किसानों के लिए कई महत्वपूर्ण पहलुओं को समाहित किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / दीपक

   

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