व्यवहार परिवर्तन से होगा मलेरिया पर नियंत्रण : डॉ सुशांतो

पश्चिमी सिंहभूम , 24 अप्रैल (हि.स.)। जिले में विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) में मलेरिया उन्मूलन के लिए गुरुवार को मीडिया संवाद का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सुशांतो कुमार मांझी, असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (सीएमओ), पश्चिमी सिंहभूम ने की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मलेरिया पर नियंत्रण के लिए हमें हर स्तर पर व्यवहार परिवर्तन लाना होगा।

डॉ मांझी ने इस वर्ष की थीम मलेरिया का अंत हमारे साथ: पुनर्निवेश और पुनर्कल्पना को दोहराते हुए मीडिया को जनजागरूकता फैलाने में सहयोगी बताया। उन्होंने कहा कि मलेरिया केवल एक बीमारी नहीं, बल्कि हमारी जीवनशैली से जुड़ी चुनौती है, जिसे सामूहिक प्रयासों से ही खत्म किया जा सकता है। मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि कोई भी सामान्य बुखार मलेरिया हो सकता है, इसलिए समय पर जांच और इलाज अनिवार्य है। डॉ मांझी ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि झाड़-फूंक जैसी अवैज्ञानिक विधियों से बचें और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या सहिया से संपर्क करें। साथ ही मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी के उपयोग और घरों में कीटनाशी छिड़काव को जरूरी बताया। उन्होंने बताया कि 15 मई से जिले में कीटनाशी छिड़काव अभियान शुरू किया जाएगा। साथ ही मोबाइल मेडिकल यूनिट्स को मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जाएगा, जिससे दूरदराज के लोगों को भी समय पर इलाज मिल सके।

इस मौके पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, वीबीडी सलाहकार, जिला लेखा प्रबंधक, और टाटा स्टील फाउंडेशन के प्रतिनिधि मौजूद रहे। अंत में डॉ मांझी ने कहा कि व्यवहार में बदलाव और समुदाय की भागीदारी से ही हम मलेरिया को जड़ से खत्म कर सकते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak

   

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