माओवादी हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा में आएं  : डिप्टी सीएम अरुण साव

-प्रदेश के सभी स्कूलों में एक समान शिक्षकों की व्यवस्था करने के लिए युक्तियुक्तकरण आवश्यक

रायपुर 29 अप्रैल (हि.स.)। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने मंगलवार काे माओवादियों के शांति वार्ता के प्रस्ताव पर कहा कि, हमारी सरकार ने माओवादियों से बार-बार शांति का मार्ग अपनाने की अपील की है। नक्सली हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़े, सरकार स्वागत करने के लिए तैयार है।

साव ने कहा कि, हमारी सरकार ने माओवादियों के कल्याण के लिए नई राहत और पुनर्वास नीति बनाई है। लेकिन जो हथियार उठाकर चलेंगे उसके साथ हमारे सुरक्षा बल के जवान कार्रवाई करेंगे। साव ने कहा कि, बीजापुर में जो आपरेशन चल रहा है, उससे नक्सली भयभीत है। पिछले 15 महीने में हमारे जवानों ने कई ऑपरेशन चलाए है, जिसमें उन्हें बड़ी सफलता मिली है। सरकार मार्च 2026 तक प्रदेश को नक्सल मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि, विद्यालयों में पर्याप्त शिक्षक नहीं होने और कहीं स्वीकृत पद से अधिक शिक्षक होने की शिकायत आती है। बच्चों की पढ़ाई पर इसका बुरा असर पड़ता है। सभी स्कूलों में बराबर शिक्षकों की व्यवस्था के लिए युक्तियुक्तकरण करना आवश्यक हो गया है। सरकार इस दिशा में आगे कदम उठा रही है, ताकि आगामी शिक्षण सत्र में स्कूलों की व्यवस्था ठीक हो सके।

साव ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा पहलगाम हमले पर संसद के विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग पर कहा कि, विपक्ष इस मामले पर विशुद्ध तौर पर राजनीति कर रही है। केंद्र सरकार ने घटना के बाद त्वरित कार्रवाई की है। गृह मंत्री अमित शाह तत्काल कश्मीर पहुंचे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश यात्रा छोड़कर आए। सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक हुई। इसमें महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इसके बाद सर्वदलीय बैठक भी हुई। इसमें सभी ने सरकार की कार्रवाई का समर्थन किया। अब इसके बाद सत्र बुलाए जाने की मांग करना राजनीति है।

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हिन्दुस्थान समाचार / गेवेन्द्र प्रसाद पटेल

   

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