हरिद्वार में पंचकर्म के साथ शुरू हुई मर्म चिकित्सा, राजभवन के विशेषज्ञ ने दी ट्रेनिंग

हरिद्वार, 28 जून (हि.स.)। हरिद्वार जनपद के जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग द्वारा पंचकर्म तकनीशियनों हेतु एक दिवसीय मर्म चिकित्सा प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक फार्मेसी में किया गया।

कार्यशाला का शुभारंभ भगवान धन्वंतरि पूजन एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसमें अधीक्षक डॉ. अशोक तिवारी, डॉ. नवीन दास, डॉ. अवनीश उपाध्याय, डॉ. सुनील रतूड़ी, डॉ. पंकज बच्चस एवं डॉ. घनेन्द्र वशिष्ठ उपस्थित रहे।

प्रशिक्षण का संचालन राजभवन उत्तराखंड के मर्म चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. पंकज बच्चस द्वारा किया गया। उन्होंने पंचकर्म सहायकों को मर्म चिकित्सा के सिद्धांत, मर्म बिंदुओं की पहचान एवं उनके चिकित्सीय उपयोगों की जानकारी दी। प्रशिक्षण में पीपीटी के माध्यम से सैद्धांतिक एवं व्यवहारिक पक्षों को सरलता से समझाया गया।

डॉ. अशोक तिवारी ने मर्म चिकित्सा को आयुष क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम बताया। डॉ. अवनीश उपाध्याय ने प्रो. डॉ. सुनील जोशी के कार्यों की सराहना करते हुए मर्म चिकित्सा को वैज्ञानिक रूप में स्थापित चिकित्सा पद्धति बताया।

कार्यक्रम के संचालन एवं व्यवस्थापन में डॉ. घनेन्द्र वशिष्ठ व आयुष्मान आरोग्य मंदिर सालियर के डॉ. नवीन दास की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

डॉक्टर अवनीश उपाध्याय ने कहा कि यह प्रशिक्षण अब हरिद्वार व रुड़की के जिला चिकित्सालयों में मर्म चिकित्सा के सफल क्रियान्वयन का मार्ग प्रशस्त करेगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

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