मात्र तेरह वर्ष की आयु में रामचंद विद्यार्थी हुए शहीद : सूर्य प्रताप शाही

देवरिया, 14 अगस्त (हि.स.)। कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कहा कि हर घर तिरंगा यात्रा का उद्देश्य भारतीय ध्वज के प्रदर्शन के माध्यम से राष्ट्रीय गौरव और एकता को बढ़ावा देना है। ये अभियान देशभक्ति और राष्ट्रीय पहचान की भावना को मजबूत करने के लिए है। स्वतंत्रता संग्राम में शहीदों ने अपने जीवन का बलिदान किया और हंसते हुए फांसी के तख्तों को चूम लिया। शहीद रामचंद्र विद्यार्थी मात्र 13 वर्ष की अल्पायु में ही देश के लिये शहीद हो गये थे, जो हमारे लिए एक मिसाल है।

कृषि मंत्री ने कहा कि देवरिया क्षेत्र के नौतन हथिया गढ़ के रहने वाले रामचंद्र विद्यार्थी महात्मा गांधी के आह्वान पर भारत छोड़ो आन्दोलन में कूद पड़े तथा अपने साथियों संग देवरिया कचहरी पहुंच कर अंग्रेजों का झंडा यूनियन जैक को उतार कर भारतीय झंडा लहरा दिया था। अंग्रेजी हुकूमत के परगना अधिकारी उमराव सिंह ने गोली चलाने का आदेश दिया। अंग्रेजों की गोली से रामचन्द्र विद्यार्थी के अलावा सोहदरापट्टी के सोना उर्फ शिवराज सोनार, पैकौली गांव के बन्धु उर्फ धिन्हू तथा कतरारी के गोपी मिश्र शहीद हो गये थे। आज इन शहीदों के शहादत दिवस पर हम नमन करतें है।

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के नेतृत्व में बालाजी मंदिर से अमर शहीद रामचन्द्र विद्यार्थी स्मारक स्थल तक भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। स्काउट बैंड, एनसीसी, स्कूली छात्र-छात्राओं ने तिरंगा यात्रा में देश भक्ति का जज़्बा दिखाया। वंदे मातरम, जय जवान जय किसान, भारत माता की जय के नारों से शहर गुंजायमान रहा। मेरा रंग दे बसंती चोला, ए मेरे वतन देशभक्ति गीतों ने राष्ट्रवाद की अलख जगा दी।

हिन्दुस्थान समाचार / ज्योति पाठक / शरद चंद्र बाजपेयी / राजेश

   

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