हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा बजट भाषण में गुरु रविदास का उल्लेख करना श्रद्धा का प्रतीक है: बलबीर

हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा बजट भाषण में गुरु रविदास का उल्लेख करना श्रद्धा का प्रतीक है: बलबीर


जम्मू, 20 मार्च । हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने हाल ही में हरियाणा विधानसभा में राज्य का बजट पेश करते हुए गुरु रविदास जी के प्रति गहरी श्रद्धा व्यक्त की जो एक सराहनीय कदम है। गुरु रविदास विश्व महापीठ के राष्ट्रीय महासचिव, ब्रिटिश रविदासिया हेरिटेज फाउंडेशन (भारतीय शाखा) के महासचिव और बेगमपुरा विश्व महासभा के सदस्य बलबीर राम रतन ने मुख्यमंत्री के बयान का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि गुरु रविदास जी के सम्मान में मुख्यमंत्री ने श्रद्धापूर्वक और प्रेमपूर्वक उनके प्रसिद्ध दोहे को उद्धृत किया

ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न,

शोत बड़े सम बसे, रैदास रहे प्रसन्न।

यह दोहा गुरु रविदास जी के समानता और सामाजिक समरसता के सिद्धांतों को दर्शाता है जो सभी के लिए समान अधिकारों और संसाधनों तक पहुंच की वकालत करता है। अपने संबोधन में सीएम सैनी ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार इस आदर्श को साकार करने, समाज में समानता, सामाजिक न्याय और समावेशी विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

बलबीर राम रतन ने कहा कि यह भाव न केवल गुरु रविदास जी को श्रद्धांजलि है बल्कि पूरे रविदासिया समुदाय के प्रति मुख्यमंत्री की गहरी श्रद्धा और सम्मान का भी प्रतिबिंब है। उन्होंने कहा कि राज्य विधानसभा के मंच पर गुरु जी की शिक्षाओं का सम्मान करना इस बात का प्रतीक है कि राष्ट्र के महान संतों से प्रेरणा लेकर समाज समानता, एकता और भाईचारे को मजबूत करने की दिशा में और अधिक प्रभावी ढंग से आगे बढ़ सकता है।

सीएम नायब सिंह सैनी का यह कदम दर्शाता है कि उनके नेतृत्व में हरियाणा सरकार सामाजिक कल्याण योजनाओं को बढ़ावा देने, समाज के वंचित वर्गों के उत्थान और समावेशी समाज के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।

बलबीर ने उम्मीद जताई कि नायब सिंह सैनी सरकार गुरु जी के जीवन से प्रेरित होकर शिक्षा, रोजगार और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में ऐसी नीतियां लागू करेगी जिससे समाज के हर वर्ग का उत्थान हो सके।

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